एसई की शिकायत पर विजय सिंगला पर गिरी गाज, आरोप- पंजाब भवन के कमरा नंबर 203 में मांगी थी रिश्वत
Vijay Singla पंजाब के बर्खास्त किए गए स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला पर गाज एक एसई की शिकायत पर गिरी है। पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के एसई के राजिंदर सिंह की शिकायत पर विजय सिंगला व उनके ओएसडी प्रदीप कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 24 May 2022 10:07 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Vijay Singla: पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला के लिए एक एसई की शिकायत के कारण गाज गिरी। आरोप है कि चंडीगढ़ सेक्टर 3 स्थित पंजाब भवन के कमरा नंबर 203 में अपने ओएसडी प्रदीप कुमार के जरिए सेहत मंत्री डा विजय सिंगला के नाम पर एक करोड़ 16 लाख रुपये रिश्वत मांगी गई थी।
मोहाली के सेक्टर 70 निवासी पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के एसई राजिंदर सिंह की शिकायत पर सेहत मंत्री विजय सिंगला व उनके ओएसडी प्रदीप कुमार के खिलाफ थाना फेज -8 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 7, 1988, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 8, 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपित एसई को रिश्वत न देने पर करियर खराब करने की धमकी दे रहे थे।
एसई राजिंदर सिंह ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है की वह पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन में डेपुटेशन पर तैनात है। करीब एक माह पहले मैं अपने दफ्तर में मौजूद था। सेहत मंत्री के ओएसडी प्रदीप कुमार ने फोन कर पंजाब भवन बुलाया। जहां कमरा नंबर 203 में डा विजय सिंगला ने प्रदीप कुमार की उपस्थिति में मुझे कहा कि यह (प्रदीप कुमार) आप से बात करेगा। यह समझ लेना की प्रदीप नहीं मैं (डा_ विजय सिंगला) बात कर रहा हूं। मैं जल्दी में हूं मैं जा रहा हूं।
इन कामों के लिए मांगी रिश्वतप्रदीप कुमार ने कहा कि 41 करोड़ के लगभग आप ने (एसइ) निर्माण के कार्यों की अलाटमेंट की है। 17 करोड़ के लगभग मार्च माह में ठेकेदारों को अदायगी की गई है। कुल रकम 58 करोड़ बनती है, जिसका दो फीसदी कमीशन 1 करोड़ 16 लाख रुपये बतौर रिश्वत दी जाए।
पुलिस को दिए बयान में एसई ने कहा कि मैं यह काम नहीं कर सकता मुझे बेशक मेरे विभाग में वापस भेज दिया जाए। इस के बाद मुझे फोन पर वैट्सअप कॉल्स कर रिश्वत मांगी गई। मुझे कहा गया कि अगर रिश्वत न दी गई तो मेरा करियर खराब कर दिया जाएगा।
इन दिनों को की गई वैट्सअप कॉल्सएसई ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि इस बाद मुझे मोबाइल पर वैट्सअप कॉल्स का सिलसिला शुरू हो गया। 8 मई, 10 मई, 12 मई, 13 मई, 23 मई को वैट्सअप काॅल्स आई। इन पर बार बार मुझ से रिश्वत की मांग की गई। एसई राजिंदर सिंह ने अपने बयान में कहा कि मैंने फोन पर कहा कि मैं आगामी 30 नवंबर को सेवानिवृत होने वाला हूं। इस लिए मेरा करियर खराब न किया जाए। मैं अपने मूल विभाग वापस जाने को तैयार हूं। मेरी जगह कोई और कमिशन देने वाला कर्मचारी बतौर डेपुटेशन पर ले आए।
20 मई को यह दी ऑफर, एसई ने कहा 5 लाख ही दे सकता हूंएसई राजिंदर सिंह ने बताया कि 20 मई को मुझे कहा गया कि आप 10 लाख रुपये दे देना। आगे ठेकेदारों को जितना भी काम किसी ठेकेदार को अलॉट होगा या काम के पैसे की अदायगी होगी उसका एक फीसद देते रहना। राजिंदर सिंह ने कहा, मेरे खाते में ढाई लाख रुपये है। तीन लाख की मेरी लिस्ट बनी है। इस मानसिक प्रताड़ना से बचने के लिए मैं सिर्फ पांच लाख रुपये ही दे सकता हूं। जिस के बाद 23 मई को मुझे सचिवालय बुलाया गया।
सेहत मंत्री और ओएसडी को टेंशन खत्म करने के लिए कहाएसई राजिंदर सिंह ने कहा कि सचिवालय पहुंच कर मैं सेहत मंत्री और ओएसडी से मिला। मैंने अपनी टेंशन खत्म करने को कहा। वहां पर पांच लाख रुपये देने की बात की। पूछा की पैसा कैसे देना है। इस सारी बात को रिकॉर्ड कर लिया। राजिंदर सिंह ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि मेरा करियर खराब करने के नाम पर रिश्वत मांगी गई। इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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