Hola Mohalla 2024: आखिर क्यों खास है होला मोहल्ला? इतिहास और वीरता को देखने देश-विदेश से आते हैं लोग
Hola Mohalla 2024 इस होली में अगर आप किसी दूसरे कल्चर की होली को एंजॉय करना चाहते हैं तो आप होला मोहल्ला का आनंद ले सकते हैं। होला मोहल्ला सिख संप्रदाय के लिए काफी महत्व रखता है। इस कार्यक्रम में सिख समुदाय के लोग अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हैं। तो इस लेख में जानिए आखिर होला मोहल्ला क्या है और ये क्यों इतना महत्व रखता है।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। Hola Mohalla 2024: होला मोहल्ला का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी मार्च में होने जा रहा है। इस मौके पर सिख संप्रदाय की सभ्यता और संस्कृति से रूबरू हो सकते हैं। इसके साथ ही आप पंजाबी जायके का आनंद भी ले सकते हैं। होला मोहल्ला सिखों के लिए बेहद खास होता है, इस दिन वो अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हैं। साथ ही इस आयोजन को देखने के लिए लोग देश- विदेश से शिरकत करत हैं।
क्यों मनाया जाता है होला मोहल्ला?
होला मोहल्ला फेस्टिवल की शुरुआत सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने की थी। तब से लेकर आज तक इस त्योहार को हर साल मनाया जाता है। इस मौके पर झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही नगर कीर्तन की शुरुआत होती है।
कब होगा होला मोहल्ला का आयोजन?
होला मोहल्ला को होला के नाम से भी जाना जाता है। इस बार त्योहार का आयोजन 25 से 27 मार्च तक किया जाएगा। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम की शुरुआत पंजाब के रूपनगर जिले के आनंदपुर में तख्त श्री केशगढ़ साहिब से की जाएगी।
होला शब्द का अर्थ
होला शब्द होली की सकारात्मकता का प्रतीक था। होली के त्योहार में रंगों के साथ व्यापत बुराइयों को खत्म करने के लिए जैसे पानी डालना, कीचड़ फेंकना जैसी चीजों को बंद किया गया। इसके साथ ही इन दिन पारस्परिक बंधुत्व और प्रेम की भावना को बढ़ाने के साथ ही वीरता का समागम किया गया। इस दिन सिख समुदाय के लोग अपनी वीरता और कौशल का प्रदर्शन करते हैं।
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