Move to Jagran APP

भगवान परशुराम की अराधना से खुश होते हैं भगवान विष्णु

भगवान परशुराम जन्मोत्सव श्रद्धापूर्वक मनाई गई।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 May 2022 04:23 PM (IST)
Hero Image
भगवान परशुराम की अराधना से खुश होते हैं भगवान विष्णु

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

भगवान परशुराम जन्मोत्सव श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर फिरोजपुर रोड स्थित भगवान परशुराम मंदिर और गुरुकुल संस्थान में श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना की गई।

पंडित वेद प्रकाश, पंडित बिदर शर्मा, पंडित भवानी शंकर ने बताया कि हिदू धर्म के अनुसार, भगवान परशुराम का जन्म भार्गव वंश में भगवान विष्णु के 6वें अवतार के रूप में हुआ था। इनका जन्म त्रेता युग में हुआ था। हिन्दू पंचांग के अनुसार परशुराम जन्मोत्सव वैसाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। हिदू धर्म में इस तिथि को अक्षय तृतीया भी कहते है।

माना जाता है कि इस दिन किया गया दान-पुण्य अक्षय रहता है। भगवान परशुराम का जन्म धरती से अन्याय को खत्म करने के लिए हुआ था। भगवान परशुराम के पिता का नाम जमदग्नि और माता का नाम रेणुका था। भगवान परशुराम को भगवान शिव का एकमात्र शिष्य माना जाता है। इस दिन व्रत रखने और विधिवत तरीके से पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं निसंतान लोग इस व्रत को रखें तो जल्द ही पुत्र की प्राप्ति होती है।

भगवान परशुराम की पूजा करने से विष्णु भगवान की भी कृपा जातक के ऊपर बनी रहती है। ऐसी मान्यता है कि भारत वर्ष के अधिकांश गांव उन्हीं ने बसाए थे। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान परशुराम ने तीर चलाकर गुजरात से लेकर केरल तक समुद्र को पीछे धकेलते हुए नई भूमि का निर्माण किया। उन्हें भार्गव नाम से भी जाना जाता है।

इस अवसर पर श्रंद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया और भगवान परशुराम मंदिर में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा सभा के अध्यक्ष सुखदेव शर्मा द्वारा की गई। उपस्थित सभी सदस्यों ने भगवान परशुराम मंदिर के मंदिर में एक-एक पंखा लगाने का संकल्प लिया।

ब्राहृाण सभा पंजाब के प्रधान दुर्गेश शर्मा ने परशुराम जन्मोत्सव पर सभी को बधाई व शुभकामना दी। शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से भगवान परशुराम ने बुराइयों का खात्मा किया, उसी प्रकार से हम सभी को उनकी शिक्षा लेकर नेक रास्ते पर चलने के साथ ही लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहिए।

इस अवसर पर अशोक शर्मा, डा. बलजीत, राजीव शर्मा, कैप्टन बलबीर शर्मा, भूपिदरपाल पाली, लक्ष्मण दास, शाम लाल, अपूर्व देवगन देश बंधु, नरेश कुमार, गोबिद राम, अक्षय दक्ष के अलावा बड़ी संख्या में ब्राह्मण सभा सदस्यों ने भाग लिया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।