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एसजीजीएस व‌र्ल्ड विवि में फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम करवाया

श्री गुरु ग्रंथ साहिब (एसजीजीएस) व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब ने नए भर्ती किए गए फैकल्टी सदस्यों के लिए दो दिवसीय फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2022 07:01 PM (IST)
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एसजीजीएस व‌र्ल्ड विवि में फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम करवाया

संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरु ग्रंथ साहिब (एसजीजीएस) व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब ने नए भर्ती किए गए फैकल्टी सदस्यों के लिए दो दिवसीय फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया। कार्यक्रम के समन्वयक डा. हरनीत बिलिग ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को शिक्षार्थी केंद्रित दृष्टिकोण, आईसीटी एकीकृत शिक्षण और उच्च शिक्षा में शिक्षण मूल्यांकन उपकरणों के लिए नए शैक्षणिक दृष्टिकोण और पाठ्यक्रम की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करना और प्रेरित करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत डा. तेजिदर सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर यूबीएस, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षण के लिए तकनीकी हस्तक्षेप के विषय पर की गई थी। उन्होंने सामग्री के प्रभावी वितरण के लिए प्रौद्योगिकी की आवश्यकता और पाठ्यक्रम वितरण के लिए उपयोग किए जा सकने वाले नवीनतम डिजिटल उपकरणों पर अपने विचार साझा किए।

जसवीर कौर चहल, पूर्व डीन फैकल्टी आफ एजुकेशन, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ ने 'स्टूडेंट-टीचर रिलेशंस एंड प्रोफेशनल एथिक्स फार टीचर' विषय पर अपने भाषण में कक्षा में उपयुक्त छात्र-शिक्षक संबंध को परिभाषित करने की आवश्यकता पर चर्चा की। प्रो. नवदीप कौर, विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस, श्री गुरु ग्रंथ साहिब व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी, फतेहगढ़ साहिब ने अकादमिक कार्यों के प्रभावी मूल्यांकन के लिए 'अकादमिक रिकार्ड कैसे बनाए रखें' पर बात की।

श्री गुरु ग्रंथ साहिब व‌र्ल्ड विश्वविद्यालय, फतेहगढ़ साहिब के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर सी राजेश ने 'पाठ्यचर्या लेनदेन के लिए शैक्षणिक संसाधन' पर बोलते हुए डाटाबेस और ई-संसाधनों की एक विस्तृत सूची साझा की, जिनका उपयोग शिक्षक अपने विषय की तैयारी के लिए कर सकते हैं। प्रो. तेजबीर सिंह, प्रमुख, भौतिकी विभाग, श्री गुरु ग्रंथ साहिब व‌र्ल्ड विश्वविद्यालय, फतेहगढ़ साहिब ने प्रतिभागियों के साथ 'अनुसंधान और प्रकाशन नैतिकता के आधार' पर चर्चा की। उन्होंने एक शिक्षक के लिए शोध करने की आवश्यकता को विस्तार से बताया। संबोधित करते हुए विवि के उप कुलपति प्रो. प्रितपाल सिंह ने प्रतिभागियों को शिक्षण के महान पेशे में शामिल होने पर बधाई दी और उनसे जिम्मेदारी और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा करने का आग्रह किया।

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