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Shaheedi Jor Mela: फतेहगढ़ साहिब में सीसीटीवी से होगी सुरक्षा, 25 रिक्शा व मिनी बसें चलेंगी

Shaheedi Jor Mela इस साल 26 से 28 दिसंबर तक शहीदी सभा (जोड़ मेला) का आयोजन किया जाएगा जिसको लेकर काफी उत्साह है। डीसी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि छोटे साहिबजादों की शहादत को समर्पित शहीद सभा में कर्तव्य पालन करने का अवसर मिल रहा है।

By Suresh KamraEdited By: DeepikaUpdated: Wed, 02 Nov 2022 05:43 PM (IST)
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बचत भवन में अधिकारियों के साथ मीटिंग। (जागरण)

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब: दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे पुत्र बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह सहित माता गुजरी जी की शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए इस साल 26 से 28 दिसंबर तक शहीदी सभा (जोड़ मेला) का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए जिला व पुलिस प्रशासन पर्याप्त व्यवस्था करेगा। यह जानकारी डीसी परनीत शेरगिल ने शहीदी जोड़ मेले की तैयारियों को लेकर बुधवार को बचत भवन में अधिकारियों के साथ हुई बैठक में दी।

डीसी ने अधिकारियों से कहा कि हम सभी भाग्यशाली हैं कि हमें छोटे साहिबजादों की शहादत को समर्पित शहीद सभा में अपने कर्तव्य का पालन करने का अवसर मिल रहा है। इसे सेवा के रूप में लें और पूरी ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाएं। शहीदी सभा में विदेश से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए 300 अस्थायी शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और विकलांगों के लिए 25 मिनी बसें व रिक्शा चलाए जाएंगे। तीर्थ यात्रियों की सुविधा के अनुसार अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।

सेहत विभाग की एक टीम एंबुलेंस, डिस्पेंसरी के साथ श्रद्धालुओं की सेवा करेगी। इस दौरान छह पूछताछ केंद्र स्थापित किए जाएंगे। जहां पर 24 घंटे अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी। परनीत शेरगिल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में आने वाली सभी सड़कों की मरम्मत का काम तत्काल शुरू किया जाए।

आम खास बाग में ऐतिहासिक नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे

डीसी ने कहा कि शहीदी जोड़ मेले में जिला प्रशासन परिसर के सामने एक विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। आम खास बाग में ऐतिहासिक नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से कीर्तन का प्रसारण किया जाएगा। लंगर में लाउड स्पीकर प्रतिबंधित रहेगा। शहीदी सभा के अंतिम दिन 28 दिसंबर को स्थानीय अवकाश रहेगा। अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभा के महत्व को देखते हुए दिसंबर माह में कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी छुट्टी नहीं लेगा।

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