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रेलवे की करोड़ों की संपत्ति चोरी मामले में सीनियर सेक्शन इंजीनियर सहित तीन गिरफ्तार

रेलवे की करोड़ाें रुपये की संप‍त्ति कह चाेरी के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में दिल्‍ली में कार्यरत एक सीनियर सेक्‍शन इंजीनियर भी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 02:52 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 02:52 PM (IST)
रेलवे की करोड़ों की संपत्ति चोरी मामले में सीनियर सेक्शन इंजीनियर सहित तीन गिरफ्तार

फतेहगढ़ साहिब, [धरमिंदर सिंह]। अन्‍य राज्यों से करोड़ों रुपये की रेल संपत्ति चोरी के तार पंजा की लोहानगरी मंडी गोबिंदगढ़ से जुड़ गए हैं। पूरे रैकेट को गाजियाबाद की नवयुग मार्केट में बैठा किंगपिन रितेश गोयल व उसके साथी चला रहे हैं। रैकेट में कई रेल अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें से नई दिल्ली के सीनियर सेक्शन इंजीनियर केके शर्मा, उसके रिकॉर्ड कीपर महेश कुमार और ठेकेदार चंद्र प्रकाश चावला को गिरफ्तार कर लिया गया।

करोड़ों की रेल संपत्ति चुराई, गाजियाबाद से धंधा चला रहा किंगपिन

केके शर्मा को नई दिल्ली में उसके कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। वहीं चंद्र प्रकाश ट्रेन (12952) के कोच ए-2 में सीट नंबर 39 बुक करवाकर भागने की फिराक में था। उसे भी प्लेटफार्म नंबर तीन से पकड़ा गया। नई दिल्ली स्थित इंजीनियर केके शर्मा के कार्यालय को सील भी कर दिया गया।

कई और रेल अधिकारियों का नाम भी आया सामने, अब तक सात गिरफ्तार

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने नई दिल्ली में रेलवे के स्टोर में जमा माल में से करीब 20 टन स्लाइड चेयर प्लेट्स को गाजियाबाद में बैठे रितेश गोयल को भेजा था। गोयल ने ट्रक में भरा यह माल मंडी गोबिंदगढ़ में फर्जी बिल तैयार करवाकर बेचने भेजा। आरपीएफ के हाथ कई और अहम सुराग लगे हैं, लेकिन जांच का हवाला देकर अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहे हैं। मामले में कुल सात आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं।

चोरी की रेल संपत्ति महंगे दामों में बेची जाती हैं मंडी गोबिंदगढ़ में

रितेश गोयल रेल अधिकारियों से मिलकर चोरी की संपत्ति कम दाम पर खरीदकर इसे मंडी गोबिंदगढ़ में महंगे दाम बेचने के लिए भेजता है। उसके साथ कई ट्रांसपोर्ट मालिक भी शामिल हैं। रेलवे पुलिस को इस मामले में अभी ट्रक मालिक और चालक की भी तलाश है। उधर, आरपीएफ सहारनपुर के प्रभारी नवीन कुमार और सरहिंद के प्रभारी कमलेश कुमार की अगुआई में तीनों आरोपितों को वीरवार को फतेहगढ़ साहिब की अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। आरपीएफ अंबाला के वरिष्ठ कमाडेंट सी रघुवीर ने पुष्टि कर कहा कि मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई हुई है।

कई और नाम आए सामने

गिरफ्तार किए गए नई दिल्ली के पटेल नगर निवासी तरुण बत्रा, गाजियाबाद के हापर के रहने वाले साजिद अली और डासना के रहने वाले दानिश अली ने रेलवे अधिकारियों के अलावा कई मिल मालिकों और दलालों के नाम बताए हैं। वे बाहरी राज्यों से रेल संपत्ति चोरी कर मंडी गोबिंदगढ़ में भेजते हैं।

यह है मामला

सोमवार को गाजियाबाद से रेलवे की स्लाइड चेयर प्लेट्स से भरा ट्रक मंडी गोबिंदगढ़ पहुंचा था। ट्रक में करीब 20 टन माल था। इस माल को बेचने के लिए मंडी गोबिंदगढ़ की अमन स्टील एग्रो के अमन गर्ग ने स्टालिन प्रोसेर्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म पर भेजा था। फर्म के मालिक ने अमन गर्ग से कागजात मांगे और कागजात न होने पर रेलवे पुलिस को सूचित कर दिया।

सरहिंद से आरपीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की टीम ने मिल मालिक अमन गर्ग को गिरफ्तार करते हुए ट्रक को कब्जे में ले लिया। बाकी तीन आरोपितों तरुण, दानिश व साजिद को दिल्ली व गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद जांच सहारनपुर टीम को सौंपी गई।


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