Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

IND Vs AUS Final: मुकाबले से पहले शुभमन गिल के दादा-दादी ने दी शुभकामनाएं, घर में सजी क्रिकेट की महफिल

IND Vs AUS Final विश्व कप मुकाबले के शुरू होने में अब केवल कुछ ही क्षण बाकी रह गए हैं जबकि अभी से ही भारत के ओपनर शुभमन गिल के पैतृक गांव जेमलवाला में क्रिकेट की महफिल सजने लगी है। पैतृक गांव में रह रहे शुभमन के दादा-दादी दीदार सिंह-गुरमेल कौर को लगातार रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं और वह आज उनके घर भी पहुंचने की तैयारी में है।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 19 Nov 2023 02:36 PM (IST)
Hero Image
मुकाबले से पहले शुभमन गिल के दादा-दादी ने दी शुभकामनाएं

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का। भारत व ऑस्ट्रेलिया (IND Vs AUS) के बीच होने वाले विश्व कप के मुकाबले के शुरू होने में अब केवल कुछ ही क्षण बाकी रह गए हैं, जबकि अभी से ही भारत के ओपनर शुभमन गिल के पैतृक गांव जेमलवाला में क्रिकेट की महफिल सजने लगी है।

पैतृक गांव में रह रहे शुभमन के दादा-दादी दीदार सिंह-गुरमेल कौर को लगातार रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं और वह आज उनके घर भी पहुंचने की तैयारी में है। जबकि मैच से पहले दादा-दादी ने शुभमन गिल को शुभकामनाएं दी है। साथ ही सुबह पाठ करने के बाद भारत की जीत की अरदास की है।

भावुक हुए दादा

दैनिक जागरण से बातचीत में दादा दीदार सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि आज भी जब वह गांव व कही भी जाते हैं तो लोग यह कहते हुए सत्कार करते हैं कि यह शुभमन गिल (Shubhman Gill) के दादा हैं। एक दादा के लिए इससे बड़ी खुशी की ओर कोई बात नहीं हो सकती। उन्होंने घर में शुभमन गिल के खिलने के लिए बनाई गई पीच भी दिखाई और बचमन के बल्ले भी दिखाए।

यह भी पढ़ें: IND vs AUS Final: शहरवासियों पर चढ़ा World Cup का खुमार, होटलों में स्पेशल मेनू और डिस्काउंट; जानिए कहां-कहां लगी बड़ी स्क्रीन

उन्होंने कहा कि शुभमन गिल को बचपन से ही खेलने का काफी शौक था। ढाई साल की उम्र में ही शुभमन ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था तथा उन्होंने लकड़ी के मिस्त्री को घर बुलाकर बैट बनाकर दिया था। आज भी उन्होंने शुभमन की बढ़ती उम्र के हर बेट को संभालकर रखा हुआ है।

मैच के 10 घंटे में खिलाड़ी संयम रख झोंकी पूरी ताकत

दादा दीदार सिंह ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वर्ल्ड कप के अब तक 10 के 10 मैच भारत ने जीत कर अपनी दावेदारी मजबूत की है। जरूरत है कि फाइनल मैच में कोई भी खिलाड़ी संयम न खोए और कोई भी दबाव अपने ऊपर ना ले। मैच के दौरान 10 घंटे अहम हैं, जिसमें सभी खिलाड़ी पूरी ताकत झोंकते हुए देश की झोली में इस वर्ल्ड कप को डालें।

यह भी पढ़ें: वर्ल्ड कप को लेकर फैंस में जबरदस्त उत्साह, खाने-पीने पर 20 से 40 प्रतिशत छूट; जीत के लिए कांग्रेसियों ने किया हवन

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें