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IPL: कौन है सुनील तनेजा, पंजाबी भाषा में कामेंट्री से दिलों पर कर रहे हैं राज

वर्ष 2020 में सुनील तनेजा ने ओलंपिक में अपने साथियों के साथ हिंदी भाषा में यादगार कामेंट्री करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई थी वहीं अब वह अपनी मातृ भाषा पंजाबी के शब्दों के जरिए पंजाब के साथ-साथ फाजिल्का जिले का नाम रोशन कर रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Thu, 06 Apr 2023 05:17 AM (IST)Updated: Thu, 06 Apr 2023 05:17 AM (IST)
IPL: कौन है सुनील तनेजा, पंजाबी भाषा में कामेंट्री से दिलों पर कर रहे हैं राज

फाजिल्का, संवाद सूत्र। फाजिल्का जिले की प्रतिभाएं लगातार अपनी कला के जरिए देशभर में पंजाब के साथ-साथ सरहदी जिले का नाम रोशन कर रही हैं। मौजूदा समय में आइपीएल 2023 चल रहा है, जिसमें फाजिल्का जिले की शान क्रिकेटर शुभमन गिल तो अपनी बैटिंग के जरिए जादू बिखेर ही रहे हैं। वहीं मूल रूप से फाजिल्का के रहने वाले सुनील तनेजा अपनी पंजाबी भाषा में कामेंट्री के जरिए लोगों के दिलों पर छा रहे हैं।

वर्ष 2020 में सुनील तनेजा ने ओलंपिक में अपने साथियों के साथ हिंदी भाषा में यादगार कामेंट्री करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई थी, वहीं अब वह अपनी मातृ भाषा पंजाबी के शब्दों के जरिए पंजाब के साथ-साथ फाजिल्का जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। मूल रूप से फाजिल्का के फ्लाईओवर के निकट रहने वाले सुनील तनेजा को स्कूल से ही मंच संचालन का काफी शौक था।

फाजिल्का के सर्वहितकारी विद्या मंदिर से शिक्षा ग्रहण करने वाले सुनील तनेजा ने स्कूल के हर एक समारोह में भाग लेते हुए अपनी आवाज के जरिए मंच संचालन करते हुए कई ईनाम जीते। दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कामेंटेटर सुनील तनेजा के बड़े भाई संदीप तनेजा ने बताया कि सुनील तनेजा को शुरू से ही कामेंट्री का काफी शौक था।

उन्होंने बताया कि आठवीं कक्षा में सुनील तनेजा ने नेहरू बाल संघ की ओर से शिमला में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें उसे छह राज्यों में से बेस्ट स्पीकर का अवार्ड मिला था, तब से लेकर अब तक अपने शौक को पीछे नहीं छोड़ा। डाक्टरी की डिग्री हासिल करने के बावजूद सुनील तनेजा का पूरा ध्यान कामेंट्री की तरफ है। बतौर कमेंटेटर सुनील तनेजा की शुरुआत वर्ष 2006 में हुई।

भाई संदीप तनेजा के मुताबिक सुनील तनेजा तब पढ़ाई ही कर रहे थे कि स्टार स्पोर्ट्स पर एक मुकाबला आया, जिसका नाम था ड्रिम्स योग हर्षा की खोज, जिसमें उन्होंने भाग लिया, जिसमें अपनी आवाज की बदौलत वह सेमि फाइनलिस्ट रहे। इसके बाद उनके कदम थमे नहीं। उन्होंने विभिन्न प्रोग्रामों के साथ बतौर कमेंटेटर कार्य किया, जबकि वर्ष 2020 में उन्होंने ओलंपिक में हिंदी भाषा में अपने साथियों के साथ मिलकर जादुई शब्दों की कामेंट्री के जरिए अलग पहचान बनाई।

मौजूदा समय में आईपीएल में पहली बार पंजाबी भाषा में कामेंट्री को जगह दी गई, जिसमें सुनील तनेजा को चुना गया है। हाल ही में हुए मैच के दौरान उन्होंने अपनी मातृ भाषा का जादू बिखेरा। इसके बाद से ही वह विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर छाए हुए हैं, जबकि फाजिल्का जिले के लोग भी शुभमन गिल और सुनील तनेजा की फोटो को एक साथ जिले का गर्व बताकर इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।


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