राखी के लिए सज गए बाजार, ग्राहकों का इंतजार
रक्षाबंधन से एक सप्ताह पहले ही बाजारों में स्टाल सज गए हैं और दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में हैं लेकिन शाम के ग्राहक को छोड़कर पूरा दिन ग्राहकों की संख्या ना के बराबर है
By JagranEdited By: Updated: Wed, 18 Aug 2021 10:02 PM (IST)
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : रक्षाबंधन से एक सप्ताह पहले ही बाजारों में स्टाल सज गए हैं और दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में हैं, लेकिन शाम के ग्राहक को छोड़कर पूरा दिन ग्राहकों की संख्या ना के बराबर है, जिसका पहला कारण तो लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी है, जबकि दूसरा कारण बाहरी राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, जिस कारण बहनें इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि वह दूरदराज क्षेत्र में रहने वाले अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए जाएं या नहीं।
इस बार 25 अगस्त को रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाना है। राहत की बात यह है कि इस बार रक्षा बंधन पर बस सेवा भी बहाल है और रेल गाड़ियां भी चल रही है, लेकिन बाजारों में ग्राहकों की संख्या नामात्र है। फाजिल्का के वान बाजार में राखियां लगाने वाले विजय कुमार ने बताया कि कोरोना के चलते बाकी के त्यौहार तो फिके गए हैं, लेकिन राखी के पर्व पर उम्मीद है कि बाजार फिर से गुलजार होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है, जिसके चलते उम्मीद है कि शनिवार व रविवार को बाजारों में भीड़ बढ़ जाएगी। हालांकि अभी बाजार में खरीददारी करने वालों की संख्या कम है। वहीं मेहरियां बाजार में राखी लगाने वाले नरेश कुमार ने बताया कि उनके बाजार में सबसे ज्यादा ग्राहक ग्रामीण क्षेत्र से आता है, लेकिन पिछले तीन दिनों से पड़ रही भीष्ण गर्मी के कारण लोग घरों से बाहर आने में परहेज कर रहे हैं। हालांकि शाम को चहल पहल होती है, लेकिन अगर आने वाले दिन में मौसम अच्छा हो जाए तो उनका सामान बिकने की पूरी आस है।
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चांदी की राखी को लेकर भी है क्रेज जहां बाजारों में राखी को लेकर स्टालें सज चुकी हैं, वहीं सोने व चांदी की दुकानों पर भी ग्राहक काफी दिखाई दे रहे हैं। सबसे ज्यादा क्रेज चांदी की राखी को लेकर देखने को मिल रहा है। रक्षा बंधन से एक सप्ताह पहले ही इसकी खरीददारी शुरू हो चुकी है, जबकि कई महिलाओं द्वारा राखी के आर्डर दिए जा रहे हैं।
--- प्रशासन के आदेशों ने भी डाला असमंजस में जहां एक तरफ बहनें असंजस की स्थिति में हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन के आदेशों से और असंजस की स्थिति बन गई है। जिला प्रशासन ने बाहरी राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जिले में प्रवेश करने वालों के लिए आरपीटीपीआर रिपोर्ट जरूरी कर दी है, या फिर जो लोग दोनों डोज लगवा चुके हैं, वह बिना किसी रोक टोक आ जा सकते हैं, जबकि बाकी लोगों के पास यह दो विकल्प होने जरूरी हैं। ऐसे में अभी असमंजस की स्थिति के चलते भी बाजारों में रौनक देखने को नहीं मिल रही।
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