Orange Alert: सावधान! घने कोहरे में जरा सी लापरवाही दे सकती है गहरे जख्म, फाजिल्का में इन जगह होते हैं हादसे
फाजिल्का में दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक धुंध का असर काफी कम था लेकिन पिछले तीन दिनों से धुंध कम होने का नाम नहीं ले रही। चंडीगढ़ मौसम विभाग ने 27 दिसंबर के लिए फाजिल्का में ओरेंज अलर्ट जारी किया जिसके तहत सुबह पांच बजे से लेकर 11 बजे तक सड़कों पर कोहरा छाया रहा। जिसके चलते वाहन चालक धुंध हटने तक वाहनों की लाइटें जलाकर चलने को मजबूर हुए।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का। फाजिल्का जिले में छाए कोहरे का असर बुधवार को तीसरे दिन भी कम नहीं हुआ। मौसम विभाग ने तीन चार दिनों के लिए धुंध को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसके तहत फाजिल्का जिला भी ऑरेंज अलर्ट जोन में था, जिसके चलते प्रशासन लोगों से सड़कों पर चलते समय सावधानी अपनाने की अपील कर रहा है। क्योंकि जरा सी लापरवाही खुद के अलावा सामने वाले वाहन में सवार को भी गहरे जख्म दे सकती है।
फाजिल्का, जिले की सड़कों में से नौ जगहों पर ब्लैक स्पॉट के रूप में चुना गया है, लेकिन वहां हादसों को रोकने के लिए अभी कोई खास प्रयास न किए जाने के चलते वाहन चालकों को यहां से धीमे चलना होगा। क्योंकि 20 प्रतिशत हादसे इन खतरनाक मोड़ पर होते हैं।
सुबह पांच बजे से लेकर 11 बजे तक सड़कों पर कोहरा छाया
दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक धुंध का असर काफी कम था, लेकिन पिछले तीन दिनों से धुंध कम होने का नाम नहीं ले रही। चंडीगढ़ मौसम विभाग ने 27 दिसंबर के लिए फाजिल्का में ओरेंज अलर्ट जारी किया था, जिसके तहत सुबह पांच बजे से लेकर 11 बजे तक सड़कों पर कोहरा छाया रहा। जिसके चलते वाहन चालक धुंध हटने तक वाहनों की लाइटें जलाकर चलने को मजबूर हुए। फाजिल्का जिले के दो पुराने ब्लैक स्पॉटों की बात करें तो उनमें मूलियांवाली ओर मंडी लाधुका का बस स्टैंड शामिल है। जबकि नए ब्लैक स्पॉटों में बीएसएफ कैंपस रामपुरा, किल्लियां वाली, जलालाबाद शहर में रिलाएंस पैट्रोल पंप, गांव लमोचड़ कलां, गांव थारा सिंह वाला, टी प्वाइंट मोहर सिंह वाला व ढिप्पावाली शामिल हैं।ब्लैक स्पॉट पर वर्ष 2019 में 14, 2020 में 16, वर्ष 2021 में 17 हादसे हो चुके हैं। ऐसे में इन जगहों पर वाहन चालकों को खास ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा सड़कों पर मंडराते मवेशी भी कई बार आगे आकर हादसों का कारण बन सकते हैं। मौसम विभाग ने अभी दो दिनों तक धुंध छाए रहने को लेकर चेतावनी जारी की है, जिसके चलते जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन लोगों को धीमें वाहन चालने की अपील कर रहा है।
इन जगहों पर भी सावधानी से चलाए वाहन
फाजिल्का जिले में कुल 12 ऐसी जगहें हैं, जिन पर छोटी से चूक दुर्घटना का कारण बन सकती है। भले ही यह ब्लैक स्पॉट में शामिल नहीं है लेकिन यहां संभाल कर चलना जरूरी है। इन प्वाइंटों में अबोहर में फाजिल्का रोड से निकलने वाला श्रीगंगानगर मार्ग, गांव शहतीर वाला का टी प्वाइंट, फाजिल्का का हनुमान मंदिर चौक, संजीव सिनेमा चौक, फाजिल्का में अनाज मंडी के सामने खुलने वाला फ्लाईओवर का मुहाना, जलालाबाद का ट्रैफिक सिग्नल चौक प्रमुख हैं। उनमें से फाजिल्का के हनुमान मंदिर चौक की बनावट में बदलाव करते हुए वहां गोल चौक बनाकर हादसों की संख्या जिला प्रशासन के सहयोग से घटाई गई है। जबकि अनाज मंडी के गेट के सामने अभी भी बड़ी वाहनों के मुड़ने से हादसे होने का खतरा बना हुआ है।ज्यादातर वाहनों पर नहीं लगे होते रिफ्लेक्टर
कार और बड़ी गाड़ियों में तो धुंध के समय फोग लाइटों के जरिए दूर से वाहन को जानकारी दे दी जाती है, लेकिन कई वाहन ऐसे हैं जिनके पीछे की तरफ लाइटें नहीं लगी होती। इनमें ट्रालियां, जुगाडू घडूके आदि शामिल हैं। इन वाहन चालकों ने अपने वाहनों पर रिफ्लेक्टर भी नहीं लगवाए। हालांकि पुलिस प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं इस संबंध में लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन इन वाहन चालकों को भी इस संबंध में जागरूक होने की जरूरत है। बाजार से एक रिफ्लेक्टर काफी कम पैसों में मिल जाता है, ऐसे में इन रिफ्लेक्टरों की मदद से हादसों को रोकने में काफी मदद मिल सकती है।
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