फिरोजपुर रेल मंडल की तरफ से हुसैनीवाला रेलवे स्टेशन को बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 28 Feb 2019 11:49 PM (IST)
फिरोजपुर रेल मंडल की तरफ से हुसैनीवाला रेलवे स्टेशन को बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। रेलवे की तरफ से रेलवे ट्रैक के साथ-साथ प्लेटफार्म इमारत को नए सिरे से बनाया जा रहा है। यही नहीं रेलवे की तरफ से छावनी रेलवे स्टेशन से लेकर हुसैनीवाला बॉर्डर तक जाने वाले रेलवे ट्रैक उखाड़कर उसके नीचे सालों पुराने लोहे के स्लीपरों की जगह आरसीसी के स्लीपर लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। एक कमरे वाले जर्जर पुराने स्टेशन को नई शक्ल-सूरत दिए जाने के लिए भी काम हो रहा है। इसके अलावा टिकट घर से आगे तक करीब 150 मीटर लंबा 7 मीटर चौड़ा तथा 7 फुट ऊंचा पक्का प्लेटफार्म बनाने का काम भी किया जा रहा है, स्टेशन बनाए जाने पर वहां ठीक उसी तरह यात्रियों के बैठने के लिए बैंच, पीने के लिए पानी व शौचालय की व्यवस्था की जाएगी जैसा की दूसरे स्टेशनों पर होता है।
गौरतलब है कि भारत पाकिस्तान के बंटवारे से पहले दिल्ली से वाया फिरोजपुर छावनी होते हुए ट्रेन लाहौर व पाकिस्तान
के कई अन्य शहरों के लिए ट्रेन यहां से आवागमन करती थी। बंटवारे के बाद दोनों देशों के बीच बने तनाव को देखते हुए इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था। पाकिस्तान के लाहौर
रेलवे स्टेशन से पहले पड़ते गंड्डा सिंह रेलवे स्टेशन से पहले हुसैनीवाला रेलवे स्टेशन पड़ता है। दोनों देशों के मध्य ट्रेनों का आवागमन इस रेलवे सेक्शन से बंद हो जाने के बाद पूरी तरह से अनदेखी कर दी गई थी। छावनी स्टेशन से लेकर हुसैनीवाला तक आने वाली ट्रैक को नही उखाड़ा गया, जिस पर आज भी साल में दो दिन के लिए रेलवे की तरफ से ट्रेन चलाई जाती है। 23 मार्च भगत सिंह के शहीदी दिवस के मौके पर, ताकि लोग शहीद भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को नमन करने के लिए यहां ट्रेन से आ जा सके। इसी तरह 13 अप्रैल को बैशाखी वाले दिन लगने वाले मेल में हिसा लेने के लिए लोग यहां ट्रेन से ही आते जाते हैं। रेलवे की योजना है कि यदि इस स्टेशन को सुंदर बनाया जाता है तो यहां आने वाला सैलानी देश के इस एतिहासिक रेलवे स्टेशन को देख सकेंगे जो टूटा हुआ दिखाई देता था। एडीआरएम नरेश कुमार वर्मा का कहना है कि रेलवे का यह प्रयास है कि हुसैनीवाला स्टेशन जोकि अब से पहले केवल नाम का ही रहा है उसे नई लुक देकर सैलानियों के लिए बेहतर व सुंदर बनाया जाए।वर्मा ने कहा कि भले ही यहां साल मे दो दिन की गाड़ी आती जाती है, लेकिन यहां आने वाले यात्रियों को स्टेशन पर हर सुविधा दी जानी चाहिए रेलवे के यह प्रयास है फिलहाल काम को तेजी से खत्म करने को कहा गया है ताकि 23 मार्च को यहां फिर से गाड़ी दौड़ती हुई दिखाई दे।
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