Firozpur Flood: बाढ़ प्रभावितों में डर का माहौल, कई गांवों में नहीं पहुंच रही किश्ती; गर्भवती महिलाएं परेशान
फिरोजपुर में बाढ़ ने दर्जनों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। कई गांवों में तो किश्ती भी नहीं पहुंच रही है। इन गांवों में गर्भवती महिलाओं को मेडिकल सुविधा भी नहीं मिल रही है। भाजपा युवा मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अभिषेक धवन ने कहा कि सरकार के प्रबंध गांवों में नाकाफी हैं। उन्होंने कहा कि गांवों के अंदर पंजाब सरकार का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी नहीं है।
By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sun, 20 Aug 2023 10:09 PM (IST)
फिरोजपुर, तरुण जैन। Firozpur Flood बाढ़ प्रभावित गांवों में प्रशासन के अधूरे प्रबंधों के कारण लोगों में त्राहि-त्राहि का माहौल है। अंतरराष्ट्रीय हिंद-पाक सीमा के साथ लगते गांवों चांदीवाला, झुगे छीना सिंह, कालूवाला, टेंडीवाला, चांदी वाला, खुंदर गट्टी में पूरी तरह से न तो राशन पहुंच रहा है और न ही सरकारी किश्तियां। यही कारण है कि लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गर्भवती महिलाएं 6 किलोमीटर का सफर तय कर किश्ती में बैठने को उतावली हैं। गांवों के भीतर तक मेडिकल सुविधाएं भी नहीं पहुंच रही है। गांव कमालेवाला में 55 वर्षीय ओरो बाई नामक महिला का घर गिरने के कारण सदमे में उसकी मौत हो गई है। गांव गट्टी बैल्ट में दो दर्जन से ज्यादा गर्भवती महिलाए हैं। जिन गांवों में लोग फंसे हैं, वहां पर किश्ती नहीं जा रही है।
'जरूरत पड़ी तो एयरलिफ्ट किया जाएगा'
डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान का कहना कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार से एयरलिफ्ट के माध्यम से लोगों को बाहर निकालने की गुजारिश भी की जाएगी। राहत कैंपों में सरकारी प्रबंध न होने के कारण लोगों ने जिले में बने 6 राहत कैंपों में जाने की बजाय अपने रिश्तेदारो के घरो में जाने को ही तवज्जो दी है।
वहीं, हुसैनीवाला ज्वाइंट चेक पोस्ट का काफी क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ के पानी में घिर गया है। सीमा सुरक्षा बल ने पानी के नीचे उतरने तक बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी को बंद कर दिया है। इसी के साथ, कंटीली तारों के पास बीएसएफ जवानों ने गश्त तेज कर दी है।