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Punjab: किसानों ने मांगों को लेकर फिरोजपुर-फाजिल्का रोड पर लगाया जाम, वाहनों की लगी लंबी कतारें; यात्री परेशान

पंजाब के फिरोजपुर में क्रांतिकारी किसान यूनियन एकता की अगुआई में जाम लगाकर प्रदर्शन किया गया। फिरोजपुर फाजिल्का रोड पर किसानों द्वारा जाम लगाने से सडक के दोनों और गाडियों की लंबी लाइनें लग गई । जिस कारण यात्रियों व वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पडा। लोग बसों से उतर कर गर्मी में पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते नजर आए।

By Jagran NewsEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Sun, 10 Sep 2023 03:25 PM (IST)
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भारतीय किसान यूनियन ने मांगों को लेकर फिरोजपुर-फाजिल्का रोड पर लगाया जाम

फिरोजपुर, जागरण संवाददाता: लुधियाना में भू माफिया से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसान किसान और बाढ पीडितों को मुआवजा दिलाने के लिए रविवार को क्रांतिकारी किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की अगुआई में टी प्वांइट ममदोट फिरोजपुर फाजिल्का रोड पर 12 बजे जाम लगा प्रदर्शन किया गया। जाम के कारण फिरोजपुर फाजिल्का रोड पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा और दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गई। फिरोजपुर व नजदीक के गांवों में जरने वाले यात्री पैदल व आटो से अपने गंतव्य तक पहुंचे।

क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता गुरमीत सिंह घोड़े चक्क, गुरसेवक सिंह धालीवाल और जसपाल सिंह माडीवाडा ने बताया कि भू-माफिया की ठगी से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले लुधियाना के किसान सुखविंदर सिंह के परिवार को न्याय दिलाने और बीते दिनों बाढ से हुए नुकसान के मुआवजे व कई अन्य मांगो को लेकर रविवार को फिरोजपुर फाजिल्का रोड पर टी प्वांइट ममदाेट के पास सैंकडो की संख्या में किसानों द्वारा ट्रेक्टर ट्रालियां सडक पर लगा जाम लगा कर रोष प्रदर्शन किया गया।

किसान बोले- परेशानी के लिए सरकार है जिम्मेदार

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार व पुलिस प्रशासन की नाकामी के चलते लुधियाना के किसान ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि भूमाफिया द्वारा अपने रसूख के चलते धोखे से उस किसान की जमीन हडप ली। जिसके लिए उसने पुलिस स्टेशन व उच्चाधिकारियों के पास शिकायत भी की लेकिन किसी ने उसकी नही सुनी तो अंत में उस किसान ने दुखी हो कर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि एंबूलेंस व बीमार व्यक्तियों की गाडियों को लिए रास्ता दिया जा रहा है। इस परेशानी के लिए सरकार जिम्मेवार है।

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बाढ़ से खराब हुई फसल का अभी तक नही मिला मुआवजा

यूनियन के नेता गुरसेवक सिंह ने कहा कि बीते दिनों बाढ से सरहदी गावों की हजारों एकड फसल खराब हो गई लेकिन अभी तक किसी को मुआवजा नही मिला। जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनावों से पहले रैलियों में कहा था कि अगर कभी कुदरत की मार पडती है तो तुंरत किसानों के खाते में 10 हजार रुपए डाल दिए जाएंगे ओर गिरदावरिया बाद में होंगी।

उन्होंने कहा कि आज किसानों को मुआवजे के नाम पर 6 हजार आठ सो रुपए दे कर उसके साथ मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतने रुपयो में तो घर का राशन नही आता और भगवंत मान सरकार किसानों को उनकी फसल का मुआवजा दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकारों को हर बार किसान ही शोषण के लिए मिलता है। पहले कांग्रेस सरकार सरहदी किसानों का मुआवजा खा गई अब आम सरकार किसानों को 6 हजार आठ सो रुपए दे कर उनका शोषण कर रही है।

किसानों द्वारा लगाए जाम से लोग हुए परेशान

फिरोजपुर फाजिल्का रोड पर किसानों द्वारा जाम लगाने से सडक के दोनों और गाडियों की लंबी लाइनें लग गई । जिस कारण यात्रियों व वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पडा। लोग बसों से उतर कर गर्मी में पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते हुए दिखे। कुछ लोग फिरोजपुर जाने के लिए महंगे भाव में आटो लेकर शहर पहुंचे । इस धरने में आटो चालकों की खूब चांदी रही। टी प्वांइट से शहर तक आटो चालक 50 से 80 रुपए की मांग यात्रियों से कर रहे थे।

रास्ता रोक कर प्रदर्शन करना ठीक नही

एक बुजुर्ग यात्री रविंदर कुमार जो फाजिल्का से अपनी पत्नी को फिरोजपुर में इलाज के लिए आ रहे थे लेकिन धरने के बस चालक ने उन्हें पीछे ही उतार दिया। जिस कारण उन्हें पैदल चल कर आना पडा और आगे आटो लेकर अस्पताल पहुंचना पडा।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार रास्ता रोक कर प्रदर्शन करना ठीक नही है। सरकार से अगर कोई मतभेद है तो उसे बैठ कर सुलझाना चाहिए और सरकार को भी चाहिए कि पहले ही प्रदर्शनकारियों की जायज मांग पहले ही मान लेनी चाहिए जिससे आम लोग परेशानी से बच सके।

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