पंजाब के इस जिले में लगतार बढ़ रहे डेंगू के मामले, डोर-टू-डोर सर्वे कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम
गुरदासपुर जिले में डेंगू के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले छह दिनों में डेंगू के छह नए मामले सामने आए हैं जिससे जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 47 हो गई है। वहीं जिले में चिकनगुनिया के दो मामले हैं। सेहत विभाग की टीमें लगातार घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और लार्वा मिलने पर दवा का छिड़काव कर रही हैं।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर। जिले में डेंगू व चिकनगुनिया को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे जारी है। इस दौरान लार्वा और बीमारी से बचाव की जानकारी दी जा रही है। वहीं टीमें घर में रखे पानी के बर्तन, कूलर, फ्रिज, गमले, छतों पर रखा पुराना सामान, टंकी के पानी की जांच कर रही हैं। यहां लार्वा मिलने पर दवाई का छिड़काव कर नष्ट किया जा रहा है।वहीं पिछले छह दिनों में डेंगू के छह नए मामले सामने आ चुके है। जिस कारण अब उनकी संख्या 47 हो चुकी है। जबकि चिकनगुनिया पर सेहत विभाग का लगाम है। जिले में चिकनगुनिया के दो ही मामले है। सेहत विभाग के अनुसार अब तक एक लाख 53 हजार 292 घरों की ब्रीडिंग चेक की गई है। जिनमें से 2898 घरों में डेंगू का लार्वा पाया जा चुका है।
पिछली बार की तुलना में कम केस आए
गौरतलब है कि सेहत विभाग की ओर से डेंगू पर लगाम लगाने को लेकर तमाम प्रयासों में जुटा हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस बार डेंगू के बेहद कम केस सामने आए है। साल 2023 में 457 मामले सामने आए थे।जबकि इस बार इनकी संख्या बेहद कम है। फिलहाल सेहत विभाग डेंगू के प्रकाप को रोकने के लिए जुटा हुआ है। सेहत विभाग के अनुसार जैसे जैसे मौसम ठंडा होता जाएगा, वैसे वैसे डेंगू का प्रकोप भी थमने लगेगा।
टीमें लगातार जांच में जुटी
जिला एप्डिमालोजिस्ट डॉ. गुरप्रीत कौर का कहना है कि सेहत विभाग की 200 मुलाजिमों पर आधारित टीमें लगातार घरों व सार्वजनिक स्थानों पर मच्छरों की ब्रीडिंग चेक कर रही हैं। इसके अलावा प्रभावित इलाकों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।सरकारी अस्पतालों में डेंगू का टेस्ट पूरी तरह से फ्री है। पिछले साल जिले में डेंगू के कुल 457 मामले सामने आए थे। जबकि इस बार काफी हद तक डेंगू के प्रकोप पर अंकुश लगाया गया है। अमूमन नवंबर माह में मौसम ठंडा होने के साथ ही डेंगू का प्रकोप कम होना शुरू हो जाता है। इस मच्छर का लारवा साफ पानी में पनपता है।
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