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पंजाब के इस जिले में लगतार बढ़ रहे डेंगू के मामले, डोर-टू-डोर सर्वे कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम

गुरदासपुर जिले में डेंगू के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले छह दिनों में डेंगू के छह नए मामले सामने आए हैं जिससे जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 47 हो गई है। वहीं जिले में चिकनगुनिया के दो मामले हैं। सेहत विभाग की टीमें लगातार घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और लार्वा मिलने पर दवा का छिड़काव कर रही हैं।

By Sunil Kumar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 02 Nov 2024 01:52 PM (IST)
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गुरदासपुर में 6 दिन में 6 नए केस आए सामने (फाइल फोटो)

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर। जिले में डेंगू व चिकनगुनिया को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे जारी है। इस दौरान लार्वा और बीमारी से बचाव की जानकारी दी जा रही है। वहीं टीमें घर में रखे पानी के बर्तन, कूलर, फ्रिज, गमले, छतों पर रखा पुराना सामान, टंकी के पानी की जांच कर रही हैं। यहां लार्वा मिलने पर दवाई का छिड़काव कर नष्ट किया जा रहा है।

वहीं पिछले छह दिनों में डेंगू के छह नए मामले सामने आ चुके है। जिस कारण अब उनकी संख्या 47 हो चुकी है। जबकि चिकनगुनिया पर सेहत विभाग का लगाम है। जिले में चिकनगुनिया के दो ही मामले है। सेहत विभाग के अनुसार अब तक एक लाख 53 हजार 292 घरों की ब्रीडिंग चेक की गई है। जिनमें से 2898 घरों में डेंगू का लार्वा पाया जा चुका है।

पिछली बार की तुलना में कम केस आए

गौरतलब है कि सेहत विभाग की ओर से डेंगू पर लगाम लगाने को लेकर तमाम प्रयासों में जुटा हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस बार डेंगू के बेहद कम केस सामने आए है। साल 2023 में 457 मामले सामने आए थे।

जबकि इस बार इनकी संख्या बेहद कम है। फिलहाल सेहत विभाग डेंगू के प्रकाप को रोकने के लिए जुटा हुआ है। सेहत विभाग के अनुसार जैसे जैसे मौसम ठंडा होता जाएगा, वैसे वैसे डेंगू का प्रकोप भी थमने लगेगा।

टीमें लगातार जांच में जुटी

जिला एप्डिमालोजिस्ट डॉ. गुरप्रीत कौर का कहना है कि सेहत विभाग की 200 मुलाजिमों पर आधारित टीमें लगातार घरों व सार्वजनिक स्थानों पर मच्छरों की ब्रीडिंग चेक कर रही हैं। इसके अलावा प्रभावित इलाकों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।

सरकारी अस्पतालों में डेंगू का टेस्ट पूरी तरह से फ्री है। पिछले साल जिले में डेंगू के कुल 457 मामले सामने आए थे। जबकि इस बार काफी हद तक डेंगू के प्रकोप पर अंकुश लगाया गया है। अमूमन नवंबर माह में मौसम ठंडा होने के साथ ही डेंगू का प्रकोप कम होना शुरू हो जाता है। इस मच्छर का लारवा साफ पानी में पनपता है।

घर के आसपास पानी जमा न होने दें

डॉ. गुरप्रीत कौर के अनुसार डेंगू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर अक्सर दिन के समय में काटता है। टंकियों, घड़ों, होदियों, पुराने टायर व खाली बोतलों में जमा गंदे पानी में यह पनपने लगता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार होना, आंखों के पिछले भाग में दर्द होना, सिर के अगले हिस्से में दर्द होना, मास पेशियों व जोड़ों में दर्द होना, शरीर पर दानों का निकलना व उल्टी आना और जी मचलाना आदि शामिल है।

घर के आसपास पानी जमा न होने दें। घर के अंदर सात दिनों तक बर्तनों में पानी न रखें। घड़ों, होदियों, कूलरों, टंकियों में जमा पानी को लगातार बदलते रहें। यदि पानी कहीं पर जमा हो और निकासी संभव न हो तो वहां मिट्टी का तेल डाल दें ताकि मच्छर अंडे न दे सके। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

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क्या होते हैं डेंगू के लक्षण

डेंगू बुखार के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं। इसमें अचानक तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द थकान, जी मिचलाना, उल्टी आना, दस्त होना, त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं, मसूड़ों से हल्का रक्तस्राव आदि शामिल हैं। कभी-कभी डेंगू बुखार के लक्षण हल्के होते हैं और यह फ्लू या अन्य वायरल संक्रमण के समान हो सकते हैं।

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