Farmer Protest: बजट पर बौखलाए किसान संगठन, गुरदासपुर में जलाए सरकार के पुतले; कहा- अब तेज करेंगे आंदोलन
पंजाब के गुरदासपुर जिले में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने मोटरसाइकिल रोष मार्च निकाला। मार्च के बाद किसानों ने केंद्र हरियाणा और पंजाब सरकार का पुतला फूंका। किसानों ने कहा कि सरकार उनकी मांगो पर ध्यान नहीं दे रही है ऐसे में अब वो संघर्ष को तेज करेंगे। किसानों ने केंद्र को घेरते हुए कहा कि सरकार केवल कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाना चाहती है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने जिला प्रधान हरदीप सिंह की अध्यक्षता में शहर में मोटरसाइकिल रोष मार्च (Farmer Protest) निकालने के बाद जहाज चौंक में केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकार के पुतला जलाए और नारेबाजी की।
प्रदेश नेता सतविंदर सिंह चुताला, हरविंदर सिंह, लखविंदर सिंह, सुखदेव सिंह भोजराज, सतनाम सिंह, जिला प्रेस सचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार किसानों की अधिकारिक मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है।
'बजट में किसानों को कुछ नहीं मिला'
पांच माह से अधिक समय से किसान-मजदूर हरियाणा के बॉर्डरों पर बैठे हुए है। दो दर्जन से अधिक किसान अपनी जान गंवा चुके है, इसके बावजूद सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।केंद्र सरकार का कठपुतली बना प्रदेश का मुख्यमंत्री भी किसानों के हित में बात नहीं करता। हाल ही में पेश किए गए बजट में भी किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए कुछ नहीं दिया।
'कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाना चाहती है सरकार'
खेतीबाड़ी मंत्रालय की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार भारत की गेहूं की उपज के अनुसार सरकार सिर्फ 18 फीसदी ही गेहूं खरीद कर रही है। धान सिर्फ 50 फीसदी और दाल बाहरी देशो से सरकार मंगवा रही है। भारत में सिर्फ 0.43 फीसदी ही खरीद रही है।तेल 0.13 फीसदी बीज जैसे मक्की आदि 0.26 फीसदी ही खरीद रही है। इससे पता चलता है कि सरकार कॉर्पोरेट घरानों को और लाभ पहुंचाना चाहती है। आम वर्ग को गरीबी की दलदल में धकेलना चाहती है।
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