पवित्र माह रमजान आज से
रमजान का पवित्र माह बुधवार से आरंभ हो रहा है।
सबीहा बैगम, कादियां
रमजान का पवित्र माह बुधवार से आरंभ हो रहा है। यह रोजा लगभग 16 घंटों का रहेगा। जमात अहमदिया भारत के प्रवक्ता के तारिक अहमद ने मुसलमानों से कोरोना वायरस के खात्मे के लिए इस माह विशेष दुआएं और इबादत अपने घरों में करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि रमजान माह बहुत बरकतों, रहमतों, इबादतों का महीना है। इस्लाम ने हमेशा बीमारी के इलाज के लिए दुआ के साथ दवाओं के उपचार का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद साहिब ने बीमारों के लिए एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का आदेश दिया है। रमजान माह की विशेषता बाकी महीनों से उतम है। संस्थापक इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहो अलैहि वस्ल्लम पर अल्लाह ने इसी माह पवित्र कुरान को मानव कल्याण के लिए उतारा था। इस माह स्वर्ग के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और शैतान को जंजीरों में बांध दिया जाता है। रोजा किसी को माफ नहीं
हर महिला और पुरुष जो बालिग हो जाए इस्लामी आदेश अनुसार उसे रोजा रखना चाहिए। रोजा किसी भी व्यक्ति को माफ नहीं। कोई कमजोर, बीमार व्यक्ति जो रोजा नहीं रख सकता वह रोजे के बदले किसी गरीब को एक दिन का भोजन खिलाए, जिसे इस्लामी भाषा में फिदीया कहा जाता है। यदि कोई महिला गर्भ से है या बच्चे को दूध पिला रही है उसे रोजा रखने से इस्लाम ने छूट दी है। वह अपनी आर्थिक हालत के अनुसार जितने दिन वह रोजा नहीं रख सकती गरीब को भोजन खिलाएं।