किसान विश्वसनीय स्त्रोतों से गन्ने के बीज खरीदें
गन्ने की बुआई को लेकर नवीनतम खेती तकनीकों के बारे जागरूक करने के लिए शुगर मिल कीड़ी अफगाना की तरफ से विशेष मुहिम की शुरुआत की गई है।
संवाद सहयोगी, बटाला : गन्ने की बुआई को लेकर नवीनतम खेती तकनीकों के बारे जागरूक करने के लिए शुगर मिल कीड़ी अफगाना की तरफ से विशेष मुहिम की शुरुआत की गई है। इसके तहत प्रगतिशील किसान रणजीत सिंह के खेतों में गन्ना किसान जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। इसमें डा. अमरीक सिंह सहायक गन्ना विकास अधिकारी ने विशेष तौर पर शिरकत करते हुए गन्ने की खेती के साथ गन्ने की खेती के नवीनतम आर्टिसनल टिप्स साझा किए।
परमिदर कुमार कृषि विकास अधिकारी (गन्ना), सतिदर सिंह, राकेश कुमार शर्मा, विकास कुमार, जरमेज सिंह रारा, हरिदर सिंह रियाद, लखविदर सिंह, सतनाम सिंह सहित बड़ी संख्या में गन्ना कारीगर उपस्थित थे। डा. अमरीक सिंह ने कहा कि प्रति हेक्टेयर गन्ने की पैदावार बढ़ाने और चीनी की रिकवरी के लिए किसानों को गन्ने की खेती की नवीनतम तकनीकों को समय पर प्रदान करना महत्वपूर्ण है। गन्ने की खेती में बुआई, जल्दी फसल प्रबंधन और कटाई जैसे मशीनीकरण को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। गन्ने की खेती के लिए बीज किसानों द्वारा अपने स्वयं के पड़ोसियों से या अपने स्वयं के खेतों से इस्तेमाल किए जा रहे हैं। यह इस तथ्य के कारण हैं कि यह रोग मुक्त नहीं है। इस कारण प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन में कमी आई और चीनी की रिकवरी हुई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गन्ने की खेती करने वाले को अपनी आवश्यकता के अनुसार विश्वसनीय स्त्रोतों से गन्ने के बीजों की खरीद करनी चाहिए। बीज की फसल को एक अलग खेत में बोना चाहिए ताकि अगले वर्ष बोई जाने वाली फसल के लिए आवश्यक बीज तैयार किया जा सके। बीजों के अंकुरण को बढ़ाने के लिए गन्ने के बीजों को बुआई से पहले रात भर भिगोना चाहिए।
डा. परमिदर पाल ने कहा कि वसंत ऋतु में गन्ने की दो पंक्तियों में गर्म मौसम में मकई या आम की अनुशंसित किस्मों की एक पंक्ति बोने से इन फसलों के प्रति एकड़ 1.5 से 2.0 क्विटल की अतिरिक्त उपज प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इन फसलों की बुआई से गन्ने की पैदावार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे जमीन की उर्वरता बढ़ेगी। गन्ने का समय पर भुगतान करने का प्रयास
डा. वाइपी सिंह ने कहा कि मिल गन्ने का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यह आशा की जा रही है कि गन्ने का भुगतान बहुत जल्द किया जाएगा। उन्होंनें कहा कि चीनी मिल के निर्धारित क्षेत्र में गन्ने की प्रति हेक्टेयर पैदावार और चीनी की रिक्वरी में बढ़ावा करने के लिए गन्ने की बिजाई 4 फीट की दूरी की सिफारिश की जा रही है। इस उद्देश्य के लिए गन्ना किसानों को कृषि मशीनरी भी प्रदान की जा रही है।