सैनिक दीपक सिंह ठाकुर से मारपीट करने का छठा आरोपित भी गिरफ्तार
सैनिक दीपक सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस ने शनिवार को छठे आरोपित को गिरफ्तार किया
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर :
सैनिक दीपक सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस ने शनिवार को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छठे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित के नाबालिग होने के कारण उसे किशोर अदालत में पेश करने के बाद उसे आब्जर्वेशन होम होशियारपुर में भेज दिया गया है। आरोपित की पहचान मेहरदीप सिंह (16) पुत्र कंवरदीप सिंह निवासी गुरु नानक नगर एवेन्यू कालोनी तिबड़ी रोड बाईपास गुरदासपुर के रू में हुई है।
एसएसपी डा. नानक सिंह ने बताया कि उक्त आरोपित को इसके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। वहीं मामले में पहले से गिरफ्तार गुरजीत सिंह,हरजीत कौर, दरकीरत सिंह व गुरुद्वारा के पाठी जसपिदर सिंह का पुलिस ने अदालत से और दो दिन रिमांड लिया है। काबिलेजिक्र है कि सैनिक हत्याकांड मामले में एसएसपी द्वारा एसआइटी का गठन किया गया है। इसमें एसपी (इन्वेस्टिगेशन) हरविदर सिंह संधू, डीएसपी सुखपाल सिंह व थाना सिटी के प्रभारी सुमीर सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उक्त टीम द्वारा मामले की गहनता से जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। जिसमें सैनिक की पीट कर हत्या करने वाले अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी डा. नानक सिंह ने बताया कि वीरवार को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गुरुद्वारा साहिब के पाठी जसपिदर सिंह को गिरफ्तार किया गया। उक्त पाठी द्वारा सैनिक दीपक को गुरुद्वारा टहल सिंह के सामने से मारपीट करने और जबरदस्ती बाइक पर बिठाकर गुरुद्वारा में ले जाते हुए की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी।
वहीं शुक्रवार को पाठी के साथ सैनिक को उठाने आए और मोटरसाइकिल चला रहे छठे आरोपित मेहरदीप सिंह को उसी के घर से पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि दो आरोपितों दलजीत सिंह निवासी पाहड़ा को गुरदासपुर व मेहरदीप सिंह को होशियारपुर की जेल में भेज दिया गया है। मामले की गहनता से जांच चल रही है। अभी और परतें खुलने की आशंका है।
काबिलेजिक्र है कि सैनिक दीपक सिंह ठाकुर ग्रिफ में तैनात था, जो कि छह महीने बाद अरुणांचल प्रदेश से अपने घर छुट्टी आ रहा था। रात होने के कारण वह गलती से तिब्बड़ी बाइपास चौंक में उतर गया और तिब्बड़ी चौंक में स्थित उक्त गुरुद्वारा साहिब में नामजद लोगों द्वारा उसकी बेरहमी से पिटाई कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। जिसके बाद उसे इंसाफ दिलाने के लिए कई हिदू संगठन भी पीड़ित परिवार केसाथ मिलकर संघर्ष कर रहे हैं।