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ASI बेटी को फोन करके बोला- DSP ने मुझे कुत्ता कहा मरने जा रहा हूं, फिर बेटी ने ऐसे बचाया

पंजाब पुलिस के एक एएसआइ ने बेटी को फोन कर कहा कि डीएसपी ने मुझे कुत्‍ता कहा है और मरने जा रहा हूं। इसके बाद वह रेल ट्रैक पर पहुंच गया। तभी बेटी ने वहां पहुंच कर उसकी जान बचाई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 18 Aug 2019 02:18 PM (IST)
ASI बेटी को फोन करके बोला- DSP ने मुझे कुत्ता कहा मरने जा रहा हूं, फिर बेटी ने ऐसे बचाया
होशियारपुर, [हजारीलाल]। पंजाब पुलिस में तैनात एक एएसआइ (ASI) ने अपनी बेटी को मोबाइल फोन (Mobile phone) पर ऐसा कॉल किया कि उसके होश उड़ गए। उसने बेटी से कहा, डीएसपी (DSP) ने सरेआम कुत्ता कहकर जलील किया है इसलिए मरने जा रहा हूं। बेटी ने पिता की बात परिजनों को बताई और ताया के साथ पिता की तलाश करने लगी। बेटी तलाश करते हुए रेल ट्रैक के पास पहुंची तो पिता को खुदकुशी करने के लिए ट्रेन के आने की प्रतीक्षा करते देखा। वह पिता को समझा-बुझाकर वहां से लाई। आहत एएसआइ की मानसिक हालत बेहद खराब होने के कारण उसे अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा है। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच एसपी (डी) को सौंपी है। दूसरी ओर, डीएसपी ने एएसआइ के आरोपों को गलत करार दिया है। डीएसपी का कहना है कि उन्‍होंने कोई गाली नहीं दी है।

बेटी अपने ताया को लेकर नसराला में रेलट्रैक पर पहुंची तो पिता ट्रेन के आने का इंतजार करता दिखा 

मामला होशियारपुर के थाना सदर का है। वहां जसवीर सिंह एएसआइ के पर तैनात है। जस‍वीर सिंह के अनुसार वह पति-पत्‍नी के झगड़े का एक केस हैंडल कर रहे थे। जसवीर ने बताया कि डीएसपी जगदीश अत्री का उनके पास फोन आया था कि इस मामले में दंपती में राजीनामा करवा दें। साह‍ब का हुकम पाकर उन्‍होंने राजीनामा करवाने का भरसक प्रयास किया। जसवीर का कहना है कि इसके बावजूद डीएसपी न जाने क्यों खफा हो गए। सारी बात उसने एसएचओ सुखविंदर सिंह के ध्यान में दिया।

थाने में सावर्जनिक तौर पर हुई जलालत से हुआ खूब आहत और सोचा कि इससे मौत अच्छी

जसवीर सिंह के मुताबिक, होशियारपुर के सुखियाबाद के रहने वाले अरुण की शादी दो साल पहले पठानकोट निवासी नेहा के साथ हुई थी। इनमें बाद झगड़ा होने लगा। नेहा ने पति अरुण के खिलाफ थाना सदर में शिकायत दर्ज करा दी। मामले की तफ्तीश वह कर रहा था। शुक्रवार को दोनों को थाने में बुलाया गया था, लेकिन चार घंटे की मशक्कत के बाद भी वह (जसवीर सिंह) पति-पत्‍नी के बीच सुलह कराने में नाकाम रहे। इस पर उन्होंने केस की पूरी मामला अपने थाना प्रभारी सुखविंदर सिंह को दी और उनको केस सौंप दिया।

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जसवीर सिंह के अनुसार, थाना प्रभारी ने भी अपने स्तर पर दोनों में सुलह कराने की पूरी कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनीं। इस पर नेहा ने डीएसपी जगदीश अत्री से संपर्क साधा। नेहा की बात सुनने के बाद डीएसपी अत्री गुस्से में आ गए। जसवीर ने कहा कि इसके बाद डीएसपी ने उसे हिदायत दी कि तुम नेहा के ससुराल घर जाकर राजीनामा करवाकर आओ। इसके बाद वह नेहा के ससुराल घर गया और वहां पर मामले को सुलझाने की कोशिश करता रहा। वह राजीनामा करवाने में कामयाब भी रहा। डीएसपी को इसकी जानकारी देने के बाद वह थाने आया था।

जसवीर ने कहा कि वह थाने में बैठा था कि डीएसपी जगदीश अत्री वहां पर आ गए। उनके साथ में नेहा के कुछ जानकार भी थे। जसवीर ने आरोप लगाया कि आते ही डीएसपी अत्री ने उसे कुत्ता शब्द का संबोधन करते हुए जलील करना शुरू कर दी। इस बर्ताव से वह काफी आहत हुआ।

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बेटीे को फोन कर जान देने की बात कही

एएसआइ जसवीर सिंह ने बताया कि इसके बाद उसने सोचा कि ऐसी जलालत की नौकरी से अच्छी तो मौत है। आत्महत्या करने का मन बनाकर वह थाने से निकल पड़ा। कार में सवार होकर उसने अपनी बेटी तेजवीर कौर उर्फ तेजी को फोन किया और कहा कि डीएसपी  ने उसे थाने में खूब जलील किया है और आज आत्त्महत्या कर लेगा। वह ट्रेन के नीचे कटकर जान दे देगा।

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बेटी की होशियारी ने बचाई पिता की जान

जब जसवीर ने अपनी बेटी तेजवीर को फोन किया तो उसे होशियारी दिखाई। उसने कहा, पापा हम आपके बिना कैसे रहेंगे। ऐसे काम मत करना प्लीज..। साथ ही उसने अपने ताया बलवीर सिंह को इसकी जानकारी दी। बेटी ने इस दौरान पिता जसवीर को भावुक बातों में उलझाकर रखा और करीबन एक घंटे बाद वह नसराला के पास अपने ताया बलवीर को लेकर पहुंच गई। वहां पर जसवीर सिंह ट्रेन के आने का इंतजार कर रहा था। बड़ी मुश्किल से तेजवीर कसमें देकर पिता को वहां से लेकर आई। मानसिक तौर पर परेशान जसवीर सिंह शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

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एएसआइ के भाई ने कहा- इंसाफ न मिलने पर खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा

जसवीर सिंह के भाई बलवीर सिंह ने कहा कि इसकी शिकायत एसएसपी गौरव गर्ग से की है। उन्होंने मामले की जांच एसपी (डी) को सौंपी है। अगर पुलिस अधिकारियों से न्याय न मिला तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

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एएसआइ जसवीर सिंह को न कहा कुत्ता और न ही गालियां दीं: डीएसपी अत्री

पूरे मामले में डीएसपी (सिटी)जगदीश अत्री ने कहा कि उन्होंने एएसआइ जसवीर सिंह के आरोपों को गलत करार दिया है। अत्री ने कहा, मैंने जसवीर को न तो कुत्ता कहा है और न ही कोई गालियां दीं। उसे सिर्फ मैंने दंपती के केस को पहल के आधार पर हल करवाने के लिए कहा था। एएसआइ जसवीर सिंह मुझपर झूठा आरोप लगा रहा है। मुझे नहीं पता है कि इसके पीछे उसकी क्या रंजिश है।

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