आदमपुर एयरपोर्ट में होगा 100 केएलडी क्षमता वाला एसटीपी
दोआबा क्षेत्र को उम्दा एयर कनेक्टिविटी दिए जाने के उद्देश्य से स्थापित किए जा रहे सिविल एयरपोर्ट आदमपुर के नए टर्मिनल में 100 केएलडी की क्षमता वाला अपना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) भी होगा।
मनुपाल शर्मा, जालंधर : दोआबा क्षेत्र को उम्दा एयर कनेक्टिविटी दिए जाने के उद्देश्य से स्थापित किए जा रहे सिविल एयरपोर्ट आदमपुर के नए टर्मिनल में 100 केएलडी की क्षमता वाला अपना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) भी होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए नई टर्मिनल में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम एवं भू जल संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम भी नए परिसर में कार्य करेगा। पर्यावरण एवं भू जल संरक्षण के अलावा एयरपोर्ट की नई इमारत में ऊर्जा संरक्षण को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। परिसर में मात्र एलईडी लाइटनिग ही होगी। पूरे परिसर में सोलर पावर सिस्टम कार्य करेगा और गर्मी से बचाव के लिए डबल इंसुलेटेड रूफिग सिस्टम्स स्थापित होगा। पूरे प्रोजेक्ट की कीमत 115 करोड़ रुपये के लगभग आने का अनुमान है। इमारत की बनावट में स्थानीय आर्ट एंड कल्चर की झलक दिखाने की योजना तैयार की गई है और मुख्य इमारत के ऊपर गोल गुंबद भी बनाए जाने का प्रावधान है।
आदमपुर एयरपोर्ट मूलत: भारतीय वायु सेना का है, लेकिन रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की तरफ से यहां सिविल एनक्लेव विकसित किया जा रहा है। नया टर्मिनल बनाए जाने का काम वर्ष 2019 में शुरू किया गया था और उसे 2020 में पूरा किया जाना था, लेकिन विभिन्न कारणों के चलते अभी तक भी नए टर्मिनल का काम सौ फीसद निपट नहीं पाया है। नया टर्मिनल वर्किंग में आ जाने के बाद एक ही बार में दो एयरबस ए 320 किस्म के विमान इकट्ठे आपरेट हो सकेंगे और 300 यात्रियों के आवागमन को नियंत्रित किया जा सकेगा। बीते लगभग एक वर्ष से आदमपुर सिविल एयरपोर्ट से सिविल फ्लाइट्स का आवागमन बंद ही पड़ा हुआ है। निजी एयरलाइंस स्पाइसजेट की तरफ से आदमपुर से दिल्ली, आदमपुर से मुंबई एवं आदमपुर से जयपुर सेक्टर में फ्लाइट्स का संचालन किया जाता था। आदमपुर-दिल्ली सेक्टर की फ्लाइट में तो यात्रियों का भारी रश उमड़ता था और कई बार रश होने की वजह से मौके पर टिकट भी नहीं मिल पाती थी। निर्माणाधीन सिविल टर्मिनल पर एक नजर