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Punjab News: दुबई में दो साल से फंसा अमरजीत घर वापस लौटा, राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल बने परिवार के लिए मसीहा

दुबई में दो साल से फंसे अमरजीत गिल राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह के प्रयासों से अपने घर लौट आए हैं। वीजा खत्म होने के बाद वापस लौटने पर उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया था। उनके रूममेट ने उनके मोबाइल से कुछ पुलिस अधिकारियों से कुछ गलत बात की थी जिसके चलते उन्हें वापस आने की इजाजत नहीं दी गई।

By paramjit singh Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Wed, 25 Sep 2024 01:18 PM (IST)
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दुबई में दो साल से फंसा अमरजीत घर लौटा वापस

संवाद सूत्र, शाहकोट। पिछले दो साल से दुबई में ठोकरें खा रहे अमरजीत गिल राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह के प्रयासों से घर लौट आया है। जिला जालंधर के गांव खीवा का रहने वाला अमरजीत गिल साल 2019 में रोजगार के लिए दुबई गया था।

तीन साल तक काम करने के बाद जब फरवरी 2022 में वीजा खत्म होने के बाद वापस आने लगे तो इमीग्रेशन ने एयरपोर्ट से लौटा दिया और जाने की इजाजत नहीं दी। अमरजीत ने बताया कि जब इस बारे में पता किया तो पता चला कि उनके रूममेट ने उनके मोबाइल से कुछ पुलिस अधिकारियों से कुछ गलत बात की थी। इसके चलते उसे वापस आने की इजाजत नहीं दी गई।

इस मामले को कई बार उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 15 दिन जेल में काटने के बावजूद तीन बार एयरपोर्ट से वापस भेजा गया। जबकि टिकट लेने के लिए अधिकारियों ने कहा था कि आपका मामला सुलझ गया है, आप टिकट लें और जाएं।

राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह से मिलने निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी परिवार समेत पहुंचे अमरजीत ने भावुक होते हुए बताया कि दो साल तक वहां बेहद दर्द सहा है, जिसने मानसिक रूप से तोड़ दिया था। एक वहां अवैध रूप से रह रहा था और दूसरा इस मामले के कारण वहां के लोगों ने उसका बहुत शोषण किया।

उन्होंने कहा कि गैरकानूनी घोषित होने के बाद वहां उनका जीवन नरक बन गया। उन्हें भोजन और आश्रय के लिए भूखा रहना पड़ा। कई-कई घंटे काम कराने के बाद भी उसे भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह उनके लिए मसीहा हैं। जिसके चलते दो साल बाद सुरक्षित अपने परिवार के पास लौट सके।

अमरजीत के पिता बीरबल ने कहा कि जब तक वह वहां था, अमरजीत ने इतने पैसे नहीं कमाए जितना उसे वापस लाने में खर्च हुआ। अमरजीत को वापस लाने के लिए वकीलों को चार से पांच लाख रुपये दिए। वे पैसे तो ले लेते थे, लेकिन बाद में उसके बारे में कुछ नहीं बताते थे।

जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो 31 अगस्त 2024 को राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से संपर्क किया। उनके द्वारा की कार्रवाई से बेटा तीन सितंबर को सकुशल बिना पैसे खर्च किए वापस लौट आया। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने अमरजीत की परिवार में वापसी पर खुशी जताई। उन्होंने सहायता प्रदान करने के लिए भारतीय दूतावास को धन्यवाद किया।