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भाजपा ने खोला राणा गुरजीत के खिलाफ मोर्चा, ईडी को सौंपा ज्ञापन

पंजाब भाजपा के प्रदेश सचिव विनीत जोशी के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ ईडी के डिप्टी डायरेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

By Ankit KumarEdited By: Updated: Sat, 03 Jun 2017 09:09 PM (IST)
भाजपा ने खोला राणा गुरजीत के खिलाफ मोर्चा, ईडी को सौंपा ज्ञापन

जेएनएन, जालंधर। रेत खदानों की नीलामी में गड़बड़ी को लेकर घिरे कैप्टन सरकार के सबसे अमीर मंत्री राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ अब भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को भाजपा के नेताओं ने ईडी को ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की जांच करने की मांग करते हुए कई सवाल उठाए हैं।

पंजाब भाजपा के प्रदेश सचिव विनीत जोशी के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने ईडी के डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आशंका व्यक्त की गई है कि पांच लाख रुपये सालाना आय वाले लोगों के खातों में आखिर करोड़ों रुपये कहां से आए, कहीं यह राशि हवाला की अथवा राष्ट्र विरोधी ताकतों की तो नहीं है। ईडी (इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट) को इसकी जांच करनी चाहिए। ईडी को ज्ञापन सौंपने के बाद विनीत जोशी ने कहा कि ईडी के डिप्टी डायरेक्टर ने भरोसा दिया है कि जल्द ही जांच के बाद इसके रिजल्ट सामने आएंगे।

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उन्होंने राणा गुरजीत सिंह के कर्मचारियों के रूप में सामने आए सात लोगों के खिलाफ जांच कर एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। ज्ञापन में सवाल उठाया गया है कि राणा की कंपनी का पूर्व कुक अमित बहादुर जो अब गुरजीत की फर्म में एचआर डिपार्टमेंट में है, उसने आइटी में सालाना इनकम एक लाख से कम दर्ज करवाई है, ऐसे में उसने 26 करोड़ की बोली बोलकर खदान का ठेका कैसे हासिल कर लिया।

राणा गुरजीत सिंह की फर्म में 30 हजार रुपये मासिक वेतन पर काम करने वाले कुलविंदर पॉल ने नवांशहर का नौ करोड़ रुपये का ठेका कैसे ले लिया। राणा की कंपनी का जूनियर मुलाजिम बलराज सिंह ने नौ करोड़ रुपये का ठेका कैसे ले लिया।

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इसके अलावा ज्ञापन में कपड़े की दुकान चलाने वाले अवतार सिंह गिल, उसके बेटे अजितपाल सिंह गिल द्वारा 51 करोड़ व 23 करोड़ रुपये में खदान ठेका लेने पर सवाल उठाए गए हैं। विनीत जोशी ने कहा कि कैप्टन जेएस रंधावा के बेटे संजीत सिंह रंधाना ने अब कहा है कि उन्होंने इस विड के लिए राशि दी थी। जेएस रंधावा चुनाव में राणा गुरजीत सिंह के चुनाव एजेंट थे।

ऐसे में यह पूरा मामला कैप्टन के मंत्री राणा गुरजीत सिंह के आसपास घूम रहा है। मामले की जांच होनी चाहिए कि इतनी बड़ी राशि आखिर आई कहां से। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल, महासचिव मंजीत सिंह राय, महासचिव के वल कुमार भी शामिल थे।

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