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Chhath Puja 2023: उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुई छठ पूजा, जालंधर में घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

छठ पूजा को लेकर रविवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भक्तों में खासा उत्साह रहा। एक तो छुट्टी वाला दिन उपर से छठ पूजा महोत्सव। जिसे लेकर शहर के छठ घाट श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरे रहे। पूजा के साथ छठी मां के धार्मिक गीतों का दौर भी चला। जिस पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे।

By Sham Sehgal Edited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 20 Nov 2023 10:12 AM (IST)
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आज उदय होते सूर्य को दिया अर्घ्य।
जागरण संवाददाता, जालंधर। 36 घंटे तक चलने वाले निर्जला छठ व्रत उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुई। रविवार को जालंधर में सूर्य अस्त होने से पहले ही बिस्त दोआब नहर के किनारों पर बनाई गई पूजा बेदियों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हुई। सिर पर पूजा सामग्री से भरा बांस का विशाल टोकरा तथा हाथ में गन्ने व अन्य फल-फूल लेकर छठ घाटों की तरफ भर रही भीड़ छठ पूजा महोत्सव की गवाही दे रही थी।

सूर्य देवता की पूजा-अर्चना की गई

देखते ही देखते सभी छठ घाट सूर्यास्त होने से पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गए। जैसे ही सूर्य अस्त होना शुरू हुआ तो इसके साथ ही शुरू हुई छठ पूजा महोत्सव की सबसे महत्वपूर्ण सूर्य को अर्घ्य दिए जाने की रस्म। इसके साथ ही सूर्य देवता की पूजा अर्चना भी की गई। वहीं, छठ घाटों पर छठी मां के धार्मिक गीतों का गुणगान करते हुए श्रद्धालु घरों को लौट गए। छठ व्रत व पूजा महोत्सव की परंपरा के मुताबिक अगले दिन यानी सोमवार को उदय होते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा संपन्न हुई।

चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव शुक्रवार को नहाए खाए की रस्म के साथ शुरू हुआ था। जिसके बाद शनिवार को खरना की रस्म पूरी की गई थी। वहीं रविवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने की रस्में पुरी की गई। जिसे लेकर दिन ढलने से पहले ही शहर के छठ घाट की तरफ जाते मार्ग श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भारे नजर आए। छठ पूजा करने वाले श्रद्धालु परिवार सहित पूजा सामग्री लेकर छठ घाटों पर पहुंचे। जहां पर पूजा की रस्में पुरी की गई। शाम करीब चार बजे शुरू हुआ पूजा अर्चना का दौरा दिन ढलने के बाद जारी रहा।

छठी माता के धार्मिक गीतों पर झूमे श्रद्धालु

छठ पूजा को लेकर रविवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भक्तों में खासा उत्साह रहा। एक तो छुट्टी वाला दिन उपर से छठ पूजा महोत्सव। जिसे लेकर शहर के छठ घाट श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरे रहे। पूजा के साथ छठी मां के धार्मिक गीतों का दौर भी चला। जिस पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे। इस मौके पर डीएवी कालेज रोड, बस्ती बावा खेल, कपूरथला रोड, गुलाब देवी रोड सहित नहर के मार्गों पर आतिशबाजी भी की गई।

पुलिस के अलावा कमेटी सदस्यों ने भी किया सहयोग

चार दिवसीय छठ पूजा संपन्न करवाने को लेकर पिछले कई दिनों से छठ पूजन प्रबंधक कमेटियों द्वारा प्रशासन से छठ घाटों पर प्रबंध करने की मांग की जा रही थी। इस बीच संस्थाओं के सदस्यों द्वारा भी सेवाएं दी गई। इस बारे में जानकारी देते हुए श्री छठ पूजा प्रबंधक कमेटी के संचालक पंडित एके मिश्रा व प्रमोद यादव ने बताया कि शहर में कई जगहों पर छठ घाट तैयार करवाए गए है। जहां पर धार्मिक रस्में पूरी की गई।

इसी तरह मिथिलाचंल छठ पूजा समिति श्री दुर्गा माता मंदिर अजीत नगर में प्रधान नवीन कुमार करण की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में पूर्व विधायक राजिंदर बेरी विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने संस्था की गतिविधियों को सराहा। इस मौके पर जनार्दन झा, अशोक कुमार, निर्मल कुमार, विनोद साह, मनोज महासेठ, अनिल तिवारी, सुनील कुमार, संजय भारती, सोनू, ध्रूव, सुरेश, सूरज, राज कुमार, कन्हैया, अमरजीत व वरुण सहित सदस्य मौजूद थे।

उदय होते सूर्य को दिया अर्घ्य

चार दिवस छठ पूजा की अंतिम महत्वपूर्ण रस्म सोमवार को सुबह उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूरी की हुई। इस बारे में जानकारी देते हुए मिथिलांचल छठ पूजा समिति के नवीन कुमार करण बताते हैं कि श्रद्धालुओं सोमवार को सुबह उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत संपन्न हो गया। उन्होंने कहा कि 36 घंटे तक निराहार तथा निर्जल रहने वाले श्रद्धालु उदय होते सूर्य का अर्घ्य देने के बाद ही जल तथा आहार ग्रहण किया।

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