स्मार्ट बनेगा रेलवे स्टेशन, एस्केलेटर व फुट ओवरब्रिज का होगा निर्माण
जालंधर स्मार्ट सिटी की तरफ से रेलवे को 6.26 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर किया गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
जालंधर स्मार्ट सिटी की तरफ से रेलवे को 6.26 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर कर दिया गया है। अब कुछ दिनों में ही शहर के रेलवे स्टेशन की रूपरेखा बदलने का काम शुरू हो जाएगा। जालंधर स्मार्ट सिटी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स के साथ वर्चुअल मीटिग में डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने अलग-अलग विकास प्रोजेक्टों का जायजा लिया।
डीसी ने बताया कि रेलवे को फुट ओवरब्रिज, सर्कुलेटिंग एरिया में सिविल कार्यो व एस्केलेटर लगाने सहित अन्य कार्यो के लिए फंड ट्रांसफर किया जा चुका है। रेलवे अथारटी ने ठेकेदारों का चयन कर लिया है। अब काम इसी महीने में शुरू हो जाएगा। इसके अतिरिक्त जालंधर स्मार्ट सिटी कंपनी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स ने भी विकास कार्यो का जायजा लिया। इसमें बताया गया कि स्मार्ट एलईडी प्रोजेक्ट, बरसाती पानी की निकासी प्रोजेक्ट के अलावा स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एबीडी जोन में विकास कार्य करवाना है। इस वर्चुअल मीटिंग में मेयर जगदीश राज राजा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सीटी करनेश शर्मा व अन्य लोग शामिल थे। कितने की लागत से होने हैं कौन-कौन से विकास कार्य
- 1.98 करोड़ रुपये से सिटी में ट्रैफिक चिन्ह लगेंगे
- 17.83 करोड़ रुपये से सरकारी इमारतों की छतों पर सोलर प्लांट लगेंगे
- 20.32 करोड़ से स्मार्ट ई क्लासेज का विकास होगा
- 20.32 करोड़ रुपये से रेलवे स्टेशन के जंक्शन का सुधार होगा
- 3.90 करोड़ रुपये से हरे भरे क्षेत्र का विकास होगा
- 2.40 करोड़ रुपये की लागत से अर्बन एस्टेट में पार्क का निर्माण होगा
- 42 लाख रुपये से तोबड़ी मोहल्ले में पार्क का विकास कार्य होगा
- 1.07 करोड़ रुपये से औद्योगिक क्षेत्र में पार्क का विकास होगा
- 62 लाख रुपये से टैंकीवाला पार्क का विकास होगा
- 2.78 करोड़ रुपये की लागत से अन्य पार्को का विकास होगा
- 2.78 करोड़ से बिस्त दोआब कैनाल के आस-पास हरे-भरे क्षेत्र का विकास होगा
- 20.22 लाख रुपये से शहर में आपदा प्रबंधन के लिए गतिविधियां होंगी रैनक बाजार में 2.71 करोड़ से लटकतीं तारों को किया जाएगा ठीक
डीसी ने बताया कि एबीडी क्षेत्र में बरसाती पानी की निकासी के लिए 20.37 करोड़ रुपये से स्टार्म सीवरेज की व्यवस्था, 49.22 करोड़ से एलईडी लाइटें लगाना व 116.94 करोड़ की लागत से इंटेग्रेटिड कमांड और कंट्रोल सेंटर का विकास होगा। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर रैनक बाजार में 2.71 करोड़ रुपये से लटकतीं तारों को ठीक किया जाएगा। इसके अलावा 350 करोड़ की लागत से नहरी पानी की सप्लाई स्कीम और 36.16 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सड़कें बनाने का काम चल रहा है। डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से जल्द ही सभी सरकारी इमारतों में आपदा प्रबंधन का आडिट शुरू किया जाएगा।