पीएसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष मस्तान सिंह ननकाना साहिब व उनके परिवार पर जानलेवा हमला, गंभीर
पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सिख नेता मस्तान सिंह ननकाना साहिब व उनके परिवार पर हमला हुआ है। मस्तान सिंह के बेटे दिलावर सिंह ने कहा कि यहां सिखों के लिए कोई आजादी नहीं कोई सुरक्षा नहीं है।
By Vinay KumarEdited By: Updated: Wed, 20 Apr 2022 12:51 PM (IST)
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व पाकिस्तानी सिख नेता मस्तान सिंह व उनके परिवार पर जानलेवा हमला किया है। हमले में मस्तान सिंह व उनके दो बेटे पल¨वदर सिंह और शरणजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। मामले की शिकायत ननकाना साहिब पुलिस को दे दी गई है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। सभी घायलों को ननकाना साहिब के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पाकिस्तान से जानकारी देते हुए मस्तान सिंह के बेटे दिलावर सिंह ने मीडिया को बताया कि भू माफिया से जुड़े मुस्लिम परिवार के कुछ लोगों ने उनके पिता और परिवार पर जमीन पर कब्जा करने के लिए जानलेवा हमला किया है। उन्होंने बताया कि ननकाना साहिब कोट संगतराम स्टाप के नजदीक उनकी जमीन है। इस जमीन पर गेहूं की फसल बीजी है। भूमाफिया मुस्लिम परिवार फसल की जबरन कटाई करवा रहा था। जब रोका गया तो उन पर और उनके परिवार पर हमला कर दिया गया। पहले अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले पर चुप रहने वाले मस्तान सिंह पर जब खुद हमला हुआ तो अब वह कह रहे हैं कि पाकिस्तान में सिख व हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। मस्तान सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में नारे लगाए जा रहे हैं कि यहां रहने वाले हर व्यक्ति को आजादी है, परंतु पाकिस्तान में सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए कोई आजादी नहीं है न ही कोई सुरक्षा है। पाकिस्तान में हर दिन सिख व हिंदू परिवारों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं। उनको जान से मार देने की धमकियां मिल रही हैं।
सिख संगत धक्केशाही के खिलाफ आवाज उठाए: दिलावरमस्तान के बेटे दिलावर सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार के प्रतिनिधियों और पुलिस की मिलीभगत से भूमाफिया लोगों की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। सिखों पर जानलेवा हमले करवाए जा रहे हैं। गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में दिलावर ने अपील की कि उनसे धक्केशाही के खि़लाफ आवाज बुलंद करें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।