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दुबई में फंसी पंजाब की आठ लड़कियों को लाया गया भारत, अपनों के गले लगते ही फफक पड़ीं बेटियां

दुबई में धनाढ्य सेठोंं के घरों में फंसी आठ पंजाबी लड़कियों को सुरक्षित भारत ले आया गया है। यह लड़कियां जैसी ही अमृतसर स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाहर अपने पारिवारिक सदस्यों से मिलीं तो फफक फफक कर रो पड़ीं।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Sat, 23 Jan 2021 05:28 PM (IST)
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दुबई से पहुंची पंजाबी लड़कियां पारिवारिक सदस्यों को देखकर रो पड़ीं। सांकेतिक फोटो
जेएनएन, अमृतसर। दुबई में फंसी पंजाब की आठ बेटियों को छुड़ाकर शुक्रवार को स्वदेश लाया गया। ये लड़कियां मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार को आर्थिक तंगी से बाहर निकालने के उद्देश्य से वहां गई थीं। मगर लालची एजेंटों ने उन्हें जमीदारों और धनाढय लोगों के पास बेचकर बंदी बना दिया था। इसका पता चलने पर समाज सेवी व सरबत द भला ट्रस्ट के संस्थापक डा. एसपीएस ओबराय ने इन्हें उन लोगों से छुड़ाया। शुक्रवार को वे स्वदेश पहुंचीं। एक अन्य लड़की की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे दुबई में ही रुकना पड़ा। उसे अगले कुछ दिनों में लाया जाएगा।

एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर यह लड़कियां अपने पारिवारिक सदस्यों के गले लगकर खूब रोईं। यह देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई। दुबई से लौटी लड़कियों ने नम आंखों से बताया कि वहां के हालात के बारे या तो वे जानती हैं या फिर उनका ईश्वर। डा. ओबराय उनके लिए फरिश्ते की तरह हैैं, जिन्होंने बिना किसी लालच के उन पर लाखों रुपये खर्च कर उन्हें नरक से निकाला। उन्हीं की बदौलत उन्हें नई जिंदगी मिली है।

डा. एसपी सिंह ओबराय ने खुद इन लड़कियों का स्वागत किया और कहा कि आर्थिक मजबूरियों के चलते बहुत से माता-पिता लालची एजेंटों के चंगुल में फंसकर अपनी मासूम बेटियों को अरब देशों में नौकरी के लिए भेज देते हैं, लेकिन बदकिस्मती के कारण एजेंट इन्हें जमींदारों या अन्य कारोबारियों के पास बेच देते हैं। इस अवसर पर ट्रस्ट के माझा जोन के सलाहकार सुखदीप सिद्धू, जिला प्रधान सुखजिंदर सिंह हेर, जनरल सचिव मनप्रीत संधू, उपप्रधान शीशपाल सिंह लाडी, वित्त सचिव नवजीत सिंह घई भी मौजूद थे।

अब भी अरब देशों में करीब 200 लड़कियां फंसी

डा. एसपी सिंह ओबराय ने बताया कि ऐसी बहुत सी लड़कियां मस्कट, शारजाह रासलखेमे और दुबई में फंसी हैं, जो खरीदारों से बहुत तंग हैं और घर लौटना चाहती हैं। शुक्रवार को पहुंची लड़कियों ने उन्हें फोन करके अपने हालात की जानकारी देते हुए भारत लाने की गुहार लगाई थी। इस पर उन्होंने इन लड़कियों के खरीदारों को पैसे देकर इन्हें रिहा करवाया और इमीग्रेशन, ओवर स्टे और जुर्माना भरने के साथ भारत लाने की व्यवस्था की। प्रत्येक लड़की को वापस लाने पर डेढ़ से लेकर तीन लाख रुपये तक खर्च हुए। उन्होंने बताया कि अभी भी अरब देशों में करीब 200 लड़कियां फंसी हुई हैं। इससे पहले भी वह बिहार, कोलकता और बिहार की तीन लड़कियों को वापस ला चुके हैं। उनकी कोशिश है कि बाकी बची लड़कियों को भी जल्द भारत लाया जाए।

दुबई से लाई गई पंजाब की बेटियां

  1. दलजीत कौर पुत्री बूटा सिंह निवासी गांव जलालपुर, जिला एसबीएस नगर (नवांशहर)
  2. सरबजीत कौर पुत्री काबिल सिंह गांव चक्क सिंह, तहसील गढ़शंकर जिला होशियारपुर
  3. रवीना रानी पुत्री प्रदीप कुमार गांव रायपुर रसूलपुर, जिला जालंधर
  4. बबली कुमारी पुत्री गुलजार सिंह ग्वाल मंडी, अमृतसर
  5. सुरजीत कौर पुत्री निर्मल सिंह मुकेरियां, जिला होशियारपुर
  6. अमृतपाल कौर पुत्री बलवीर सिंह गांव शेखूपुरा, जिला लुधियाना
  7. रणजीत कौर पुत्री शिंंगारा सिंह शिव कालोनी मेहताबगढ़ कपूरथला
  8. मनदीप कौर पुत्री जैमल सिंह गांव प्योरी जिला श्री मुक्तसर साहिब 
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