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Punjab Farmers Violence: सुखबीर बादल की रैली में किसानों का पथराव, DSP सहित 5 घायल; वाहनों में तोड़फोड़- See Pics

मोगा में कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर सुखबीर का घेराव करने पहुंचे किसानों और पुलिस में भिड़ंत से तनाव का माहौल पैदा हो गया है। पथराव में एक हेड कांस्टेबल समेत कई पुलिस कर्मचारियों को चोट पहुंची है। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Thu, 02 Sep 2021 07:54 PM (IST)
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मोगा में सुखबीर बादल की रैली में पत्थरबाजी करते हुए किसान। वीडियो ग्रैब।
सत्येन ओझा/राजकुमार राजू, मोगा। शहर में वीरवार को अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर बादल की रैली के दौरान विरोध करने पहुंचे किसान हिंसक हो उठे। उन्होंने रैली स्थल पर जाने से रोके जाने पर पथराव शुरू कर दिया। उनके और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। पथराव में एक डीएसपी, दो इंस्पेक्टर सहित 5 मुलाजिम लहूलुहान हो गए। तीन पत्रकार भी घायल हुए हैं। होमगार्ड के जवान और एक मीडियाकर्मी का सिर फट गया। प्रदर्शनकारियों को बेकाबू होते देख पुलिस को हलका लाठीचार्ज करना पड़ा। एक दर्जन से ज्यादा कारों व अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमला करने और नेशनल हाईवे एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

एक मौका तो ऐसा आया जब प्रदर्शनकारियों के उग्र तेवर देखते हुए पुलिस को मैदान छोड़कर भागना पड़ा। बाद में उन्होंने दोबारा स्थिति संभाली और प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए उन्हें खदेड़ दिया। उन पानी की बौछारें की।

ये अधिकारी हुए घायल

पथराव में डीएसपी सिक्योरिटी ब्रांच गुरदीप सिंह, सीआईए स्टाफ बाघापुराना के प्रभारी त्रिलोचन सिंह, कांस्टेबल वीरप्रताप व पंजाब होमगार्ड का जवान अजायब सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।

गौरतलब है कि अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल का मोगा में सुबह 10 बजे रैली का प्रोग्राम था। प्रस्तावित रैली को देखते हुए विभिन्न किसान संगठनों ने रैली को जाने वाले लगभग सभी मार्गों पर मोर्चा संभाल लिया था। तलवंडी-लुधियाना हाईवे को जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बाहर जाम कर दिया गया था।

इससे पहले, सुबह दस बजे से ही करीब दस किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। इस बीच लिंक मार्गों से अकाली कार्यकर्ता रैली स्थल तक पहुंचते रहे। उनकी भीड़ के चलते लिंक रोड भी करीब चार घंटे तक जाम रही। शहर का उत्तरी हिस्सा करीब 5 घंटे तक पूरी तरह जाम रहा। इस दौरान दक्षिणी हिस्से से उसका संपर्क कटा रहा। कई बार हाईवे पर दवा लेने आदि जरूरी काम से जा रहे ग्रामीणों की भी प्रदर्शनकारियों के साथ तीखी झड़प हुई।

हाईवे पर मौजूद थाना सिटी-1 के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह किसानों को समझा-बुझाकर जरूरमंद लोगों की गाड़ियां निकलवाते रहे, अन्यथा सुबह भी टकराव के हालात पैदा हो गए थे। प्रदर्शनकारी को गाड़ियों में बैठी महिला मरीजों पर भी तरस नहीं आ रहा था।

अकाली कार्यकर्ताओं को दी गालियां

सु्खबीर बादल भी रैली के हालात देख महज 20 मिनट संबोधन के बाद रैलीस्थल से चले गए। रैली खत्म होने के बाद हालत बहुत ही ज्यादा गंभीर दिखाई दिए। अकाली कार्यकर्ता वापस रैली से निकल रहे तो बाहर खड़े प्रदर्शनकारियों ने उन्हें भद्दे इशारे व अश्लील गालियां दी। अगर अकालियों ने भी विरोध किया होता तो वापसी में हालत काफी ज्यादा खराब हो सकते थे।

प्रदर्शनकारी लड़कों की बुजुर्ग के साथ अभद्रता

एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक प्रदर्शनकारी कुछ लड़के पैदल जा रहे एक बुजुर्ग को अपमानित कर रहे हैं। वे उससे कह रहे हैं तेरी चिट्ठी दाढ़ी हो गई, तू रैली में जा रहे लोगों को समझाता क्यों नहीं। लड़कों ने सारी मर्यादाएं पार कर दी। वे लोगों को गालियां देकर कह रहे थे, उन्हें शर्म नहीं आ रही है, रैली में जा रहे लोगों को रोकते क्यों नहीं।

सभी फोटो वीडियो ग्रैब से।

बरजिंदर सिंह बराड़ मक्खन मोगा से प्रत्याशी घोषित

झड़प में चार-पांच प्रदर्शनकारी घायल हो गए, एक होमगार्ड के जवान का सिर फट गया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सड़क किनारे खड़ी करीब एक दर्जन से ज्यादा वाहनों की जमकर तोड़फोड़ की। इस बीच रैली स्थल पर पहुंचे सुखबीर सिंह बादल ने मोगा से हिंदू चेहरे को लेकर चल रही चर्चाओं को विराम देते हुए हलका प्रभारी बरजिंदर सिंह बराड़ मक्खन को मोगा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया।

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