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Farmers Protest: 'अमृतसर-दिल्ली हाईवे जाम कर देंगे', धान खरीद में देरी से भड़के किसान; सरकार को दिया अल्टीमेटम

Punjab Farmers किसान यूनियन एकता सिधूपुर ने धान खरीद में देरी और किसानों की समस्याओं को लेकर 21 अक्टूबर को जालंधर में अमृतसर-दिल्ली हाईवे जाम करने की चेतावनी दी है। किसानों का कहना है कि सरकार ने 19 अक्टूबर को धान की खरीद शुरू करने का दावा किया था लेकिन अभी तक मंडियों में धान की खरीद नहीं हो रही है।

By Jagdish Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 19 Oct 2024 09:40 PM (IST)
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पंजाब न्यूज: पंजाब प्रेस क्लम में पत्रकारों को संबोधित करते किसान
जागरण संवाददाता, जालंधर। भारतीय किसान यूनियन एकता सिधूपुर के जिला अध्यक्ष कुलविंदर सिंह मछियाना ने बताया कदान को लेकर किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ रही है। समाधान न हुआ तो 21 को जालंधर में अमृतसर-दिल्ली हाईवे जाम किया जाएगा।

शनिवार को पंजाब प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सरकार ने 19 अक्टूबर को धान की खरीद शुरू करने का दावा किया था तो खोखला साबित हुआ है। किसान मंडियों में एमएसपी पर धान बेचने के लिए इंतजार कर रहे हैं। जिन किसानों के धान की कटाई हुए 20 से 25 दिन हो गए हैं वे अभी मंडियों में भटक रहे है।

'21 अक्टूबर को अनिश्चित काल के बंद करने का एलान'

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कम समय वाली किस्मों की फसल जुटाने का वादा किया था और अब उनकी सरकार के अधिकारी यह कहकर किसानों को लूट रहे हैं कि वे इन किस्मों को नहीं खरीदेंगे।

उन्होंने चेतावनी दी कि किसानों की ओर से पुत्र की पाली गई फसल को सरकार न खरीदा तो 21 अक्टूबर को अमृतसर-दिल्ली हाईवे को जालंधर में अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है।

कुलविंदर सिंह मछियाना ने बताया कि 2018 में ग्रीन ट्रिब्यूनल ने किसानों को पराली के खेतों में मिलाने के लिए वित्तीय सहायता और मुफ्त उपकरण प्रदान करने का आदेश दिया था और 2019 में माननीय सुप्रीम द्वारा आदेश जारी करने पर धान पर 100 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया गया था।

पंजाब सरकार किसानों को मुआवजा और उपकरण मुहैया करवाने की बजाय किसानों पर पराली जलाने के मामले दर्ज कर रही है। किसानों को आलूओं की बिजाई के लिए डीएपी खाद नहीं मिल रही है।

25 अक्टूबर से गेहूं की अच्छी पैदावार लेने के लिए पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की सिफारिश के मुताबिक गेहूं की बिजाई शुरू करनी होगी, लेकिन डीएपी को लेकर दुकानदार मनमानी कर रहे है। इस मौके पर परगट सिंह सरहाली, परमजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, कुलदीप सिंह, गुरविंदर सिंह वजूहा, बलजिंदर सिंह यूनियन के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

स्लो लिफ्टिंग से किसानों में रोष

उधर, जिला फतेहगढ़ साहिब में स्लो लिफ्टिंग को लेकर किसानों ने मार्केट कमेटी सरहिंद के ऑफिस के आगे रोष प्रदर्शन किया। इस मौके कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा, शिरोमणि अकाली दल यूथ के प्रदेश अध्यक्ष सर्वजीत सिंह झिंझर सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे। इसके बाद किसानों ने कुछ समय के लिए जीटी रोड पर भी जाम लगाया।

उक्त नेताओं ने कहा कि किसान कई कई दिनों से अपनी फसल मंडियों में लिए बैठे है, पर सरकारी एजेंसियां धान की खरीद नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।

शिअद और कांग्रेस के शासनकाल में किसानों की पूरी फसल की तुरंत खरीद की जाती रही है। किसान नेताओं ने कहा कि जो धान की खरीद की जा चुकी है उसकी भी लिफ्टिंग काफी कम है, जिससे किसानों को अपनी फसल डंप करने में परेशानी हो रही है।

उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों की फसल की तुरंत खरीद की जाए तथा जो धान मंडियों में बोरियों में पैक है उसकी तुरंत लिफ्टिंग करवाई जाए ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो तथा वह अपनी फसल बेच सके।

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