धान की लिफ्टिंग न होने पर किसानों का हल्लाबोल, हाईवे पर दिया धरना; 6 घंटे जाम में फंसे लोग
जालंधर में किसानों ने धान की लिफ्टिंग न होने के कारण लुधियाना-जालंधर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। करीब छह घंटे तक किसान हाईवे पर बैठे रहे जिससे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी हुई। शाम को जिला प्रशासन के साथ बैठक और मंडियों में लिफ्टिंग के लिए गाड़ियां पहुंचने के बाद धरना खत्म हुआ। ट्रैफिक डायवर्ट होने से शहर और देहात में जाम लग गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर। मंडियों में धान की लिफ्टिंग न होने से परेशान किसानों ने राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए सोमवार को लुधियाना-जालंधर नेशनल हाईवे पर जालंधर के धन्नोवाली के पास अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
करीब छह घंटे तक किसान हाईवे पर बैठे रहे और लोग गंतव्य तक पहुंचने के लिए भटकते रहे। शाम करीब पांच बजे जिला प्रशासन के साथ बैठक और मंडियों में लिफ्टिंग के गाड़ियां पहुंचने के बाद धरना खत्म हुआ।
धरने की वजह से कई जगह ट्रैफिक डायवर्ट
सुबह 11 बजे ही भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के सदस्यों ने नेशनल हाईवे पर आने जाने वाले रास्ते को रोक कर पर धरना शुरू किया। धरने की वजह से नेशनल हाई बंद होने की वजह से जगह जगह पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। इसकी वजह से शहर के अलावा देहात के इलाकों में ट्रैफिक जाम होने से लोगों को लंबा सफर तय कर गंतव्य पर पहुंचे।जाम में इधर-उधर भटकते रहे लोग
किसानों की ओर से नेशनल हाईवे जाम करने की वजह से जालंधर दिल्ली और जालंधर अमृतसर तथा जम्मू जाने वाले लोगों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ा। ट्रैफिक डायवर्ट होने की वजह से लोग वाहन लेकर इधर उधर जाम में भटकते रहे।
इसके अलावा बस स्टैंड पर भी यात्री परेशान हुए । लोगों को जालंधर से बटाला, अमृतसर, लुधियाना व अन्य राज्यों में जाने के लिए बस लेने के लिए लंबे इंतजार करना पड़ा।
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