पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल करेंगे ड्रैगन फ्रूट की खेती, दक्षिण अमेरिका का ये फल है गुणों की खान
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने ड्रैगन फ्रूट की खेती में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने इसके लिए गांव ठुल्लेवाल स्थित औलख ड्रैगन फार्म का दौरा किया और जानकारी ली। बादल ने कहा कि वह दो एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करेंगे जिसके बाद रकबा बढ़ाया जा सकेगा।
By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Sun, 15 May 2022 11:59 AM (IST)
हेमंत राजू, बरनाला। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अब अपने खेत में ड्रैगन फ्रूट की खेती करेंगे। इसकी खेती की जानकारी लेने के लिए उन्होंने गांव ठुल्लेवाल स्थित औलख ड्रैगन फार्म का दौरा किया है। औलख ड्रैगन फ्रूट फार्म के संचालक सतनाम सिंह ने बादल को बताया कि वे पिछले चार वर्ष से ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। इससे न केवल पानी की बचत होती है बल्कि लाभ भी होता है। उन्होंने बादल को बताया कि एक एकड़ में 500 खंभों पर ड्रैगन फ्रूट के 2000 पौधे रोपे गए। किसानों से गहन विचार-विमर्श के बाद बादल ने कहा कि वह दो एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करेंगे, जिसके बाद रकबा बढ़ाया जा सकेगा।
पत्रकारों से बात करते हुए बादल ने कहा कि यह अच्छी बात है कि पंचायत भूमि के कब्जे को छोड़ देना चाहिए। जब बादल से पूछा गया कि अकाली दल के शासन के दौरान इन अवैध कब्जों को क्यों नहीं छुड़वाया गया, तो बादल ने कहा कि काका सरकारों के पास आगे देखने के लिए बहुत कुछ है।इस मौके पर जिलाध्यक्ष बाबा टेक सिंह धनोला, महिला अकाली दल की पूर्व जिलाध्यक्ष बीबी जसविंदर कौर ठुल्लेवाल, जिलाध्यक्ष बीबी बेअंत कौर खैरा, पूर्व अध्यक्ष रूपिंदर सिंह संधू, जिलाध्यक्ष यदविंदर सिंह बिट्टू दीवाना, जसप्रीत सिंह सिद्धू जस्सा और जत्थेदार नाथ सिंह हमीदी उपस्थित थे।
ड्रैगन फ्रूट से बनता है सलाद, जेली और शेक
ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) मूल रूप से दक्षिण अमेरिका का पौधा है। यह लौह से भरपूर होता है। इसका सेवन सलाद, मुरब्बा, जेली और शेक के रूप में किया जाता है। ड्रैगन फ्रूट का साइंटिफिक नेम हिलोकेरेस अंडटस है। यह एक तरह की बेल पर लगने वाला फल है। पौधे के तने गूदेदार और रसीले होते हैं।
ड्रैगन फ्रूट सफेद या फिर लाल गूदे वाला होता है। इसके फूल अत्यंत सुगंधित होते हैं और रात में खिलकर प्रातः झड़ जाते हैं। ड्रैगन फ्रूट का उपयोग शरीर से जुड़े कई विकारों से आराम पाने के लिए किया जा सकता है। इसके गुणों को देखते हुए अब इसे भारत और आस्ट्रेलिया सहित कई देशों में उगाया जाने लगा है।
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