गुरदीप की मौत की सजा टली, मातम का माहौल बदला खुशी में
इंडोनेशिया में ड्रग तस्करी मामले में दोषी नकोदर निवासी गुरदीप का सजा-ए-मौत का फैसला फिलहाल टल गया है। इससे परिवार में खुशी छा गई।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Fri, 29 Jul 2016 12:46 PM (IST)
जालंधर, [वेब डेस्क]। इंडोनेशिया में ड्रग्स तस्करी के दोषी गुरदीप सिंह की मौत की सजा फिलहाल टल गई है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। सुषमा ने अपने ट्वीट में लिखा 'इंडोनेशिया में भारतीय राजदूत ने मुझे सूचना दी है कि गुरदीप सिंह को मौत की सजा नहीं दी गई है जिसकी मौत की सजा बीती रात के लिए तय थी।' हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गुरदीप की सजा क्यों टली है। वहीं, गुरदीप ने भी आज सुबह खुद जालंधर स्थित नकोदर में अपने परिजनों को फोन पर यह जानकारी दी है। इस सूचना के बाद से गत दिनों से शोक में डूबे परिवार में खुशी की लहर छा गई।बता दें, वीरवार को जब इन लोगों को मौत की सजा दिए जाने की सूचना मिली थी तो मानो उन लोगों पर कहर टूट पड़ा हो। इसके बाद जब साढे 12 बजे सूचना आई कि उसे गोली मारकर मौत की सजा दे दी गई है तो घर में कोहराम मच गया तथा बताया गया कि 72 घंटे में गुरदीप का शव भारत स्थित उनके परिजनों तक पहुंचा दिया जाएगा।
परिजनों ने बताया कि आज सुबह गुरदीप का फोन आया कि उसकी मौत की सजा फिलहाल टल गई है तो घर में खुशी की लहर दौड़ गई। आज एक बार गुरदीप की अपने ससुर बलराज सिंह तथा एक बार भांजे गुरपाल सिंह से बात हुई है। इस समय गुरदीप के नकोदर स्थित ससुराल घर में खुशी का माहौल है तथा आपस में एक-दूसरे का मुंह मीठा करवा रहे हैं।इस मौके पर गुरदीप की पत्नी कुलविंदर कौर के बेटे सुखबीर सिंह व बेटी मनजोत कौर, ससुर बलराज सिंह और दूसरे रिश्तेदारों की खुशी का ठिकाना नहीं है। उल्लेखनीय है कि कल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी परिवार को फोन कर सांत्वना दी थी। उन्होंने कहा कि वह पूरा प्रयास कर रही हैैं कि गुरदीप की मौत की सजा पर अमल न हो और वह सकुशल लौट आए।
पढ़ें : इंडोनेशिया की जेल से गुरदीप ने फोन कर कहा, अब मेरी लाश घर आएगीफिलहाल गुरदीप के परिवार को थोड़ी राहत तो मिली है। परिवार को उम्मीद है ईश्वर उनकी मुराद सुनेंगे और विदेश मंत्रालय भी गुरुदीप को भारत लाने में पूरा सहयोग करेगा। गुरदीप की पत्नी कुलविंदर कौर ने बताया कि उन्हें पहले भारतीय दूतावास से फोन आया कि गुरदीप बच गया है, उसके बाद आज सुबह गुरदीप ने खुद फोनकर उन्हें कहा कि मैडम सुषमा स्वराज को धन्यवाद कहना और मुझे जल्दी भारत बुलवाने की कोशिश करना। बता दें, 48 वर्षीय गुरदीप को 300 ग्राम हेरोइन के साथ 2004 में गिरफ्तार किया गया था और उसे 2005 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
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