उद्योगपति बोले-बीआइएस लागू हुआ तो चप्पल उद्योग होगा तबाह
चपप्ल पर बीआइएस लागू किए जाने के खिलाफ रबड़ फुटवियर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन की बैठक प्रधान नीरज अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : चपप्ल पर बीआइएस लागू किए जाने के खिलाफ रबड़ फुटवियर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन की बैठक प्रधान नीरज अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई। प्रधान नीरज अरोड़ा ने बताया कि सरकार की ओर से लगाए जा रहे बीआइएस ( ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंर्ड) नियम को लागू नहीं होने दिया जाएगा। नियम होने के साथ चप्पल इंडस्ट्री खत्म हो जाएगी। बीस वर्ष पहले की बात करें तो 500 इंडस्ट्री थी। अब सिर्फ 100 इंडस्ट्री रह गई है। उन्होंने कहा कि चप्पल इंडस्ट्री बीआईएस के मानक को पूरा नहीं कर पाएगी। इस मामले को इंडियन फुटवियर एसोसिएशन के बैनर तले कंफेडरेशन आल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेवाल के समक्ष रखा था। खंडेवाल ने आश्वासन दिया था कि पांच सौ रुपये तक की चप्पल को बीआइएस में नहीं लाया जाएगा। नीरज अरोड़ा ने कहा कि देश की 60 प्रतिशत आबादी तीस से 250 रुपये की चप्पल पहनती है। 15 प्रतिशत आबादी 250 से 500 रुपये तक की चप्पल पहनती है। दस प्रतिशत आबाजी 500 से 1000 रुपए से अधिक चप्पल पहनती है। सरकार एक हजार तक की चप्पल पर बीआइएस नियम को लागू करे। चेयरमैन बीबी ज्योति व महासचिव कपिल पुंछी ने कहा कि सरकार बीआइएस मानक को वापस नहीं लेती इंडस्ट्री रोष प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरेंगे। इस मौके पर मोहिदर पाल जुलका, राजी जग्गी, अमित चड्डा, मलटू जुलका, रमन जुलका, पवन गुप्ता, दविदर घई, गौरव अग्रवाल, इंद्रप्रीत सिंह, नीरज कोहली, मनीष सहगल, हरप्रीत सिंह, विजय शर्मा, अमित गगनेजा, सन्नी पुंछी, योगेश कोहली, रजत जग्गी, सुनील चावला, सुरेश कोहली, राजिदर मेंहदीरत्ता, लक्की कोहली, विशाल बु्िद्धराजा. विशाल बुद्धिराजा उपस्थित रहे।