Move to Jagran APP

बच्चियों का जीवन रोशन करने वाली बीबी प्रकाश कौर को पद्मश्री, जालंधर में तीन दशक से चला रही यूनिक होम

जालंधर में लंबे अर्से से यूनिक होम के बैनर तले बच्चियों का पालन पोषण कर रही बीबी प्रकाश कौर के प्रयासों को देश ही नहीं विदेश में भी सराहा गया है। रिलायंस ग्रुप से खुद नीता अंबानी ने जालंधर आकर बीबी प्रकाश कौर के कार्यों को सराहा था।

By Vinay kumarEdited By: Updated: Tue, 26 Jan 2021 07:26 AM (IST)
Hero Image
अपनों की ठुकराई बच्चियों के जीवन को रोशन करने वाली बीबी प्रकाश कौर।
जालंधर, जेएनएन। अपनों की ठुकराई बच्चियों के जीवन को रोशन करने वाली बीबी प्रकाश कौर को गणतंत्र दिवस समारोह पर पदमश्री अवार्ड से अलंकृत किया जाएगा। जालंधर में अभी तक 5 लोगों को पद्मश्री अवार्ड दिया जा चुका है। लंबे अर्से से यूनिक होम के बैनर तले बच्चियों का पालन पोषण कर रही बीबी प्रकाश कौर के प्रयासों को देश ही नहीं विदेश में भी सराहा गया है। यही कारण रहा कि रिलायंस ग्रुप से खुद नीता अंबानी ने जालंधर आकर बीबी प्रकाश कौर को रियल हीरो के अवार्ड से अलंकृत कर यूनिक होम के कार्यों को सराहा था।

इसके अलावा कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन ने भी 2017 में यूनिक होम का दौरा करके वहां पर किए जा रहे कार्यों को सराहा था। बीबी प्रकाश कौर एएन गुजराल मेमोरियल स्कूल में गणित की अध्यापिका भी रह चुकी हैं। बीबी प्रकाश कौर ने सेवा का यह सफर 1992 में शुरू किया। उस समय माडल हाउस इलाके में यूनिक होम का आगाज किया गया। उसमें अपनों की ठुकराई बच्चियों का पालन पोषण करने की शुरुआत की गई।

इस दौरान जिन बच्चियों को मां बाप द्वारा तकदीर के अंधेरों में छोड़ दिया जाता था, उन्हें बीबी प्रकाश कौर द्वारा अपना लिया जाता। यह कार्य वास्तव में इंसानियत की सेवा को समर्पित था, तो समय के साथ इसका दायरा भी बढ़ा। बीबी प्रकाश कौर द्वारा करीब तीन दशक से बच्चियों को समर्पित दी जा रही इन सेवाओं के चलते ही उन्हें 26 जनवरी पर उक्त सम्मान से नवाजा जाएगा।

तीन एकड़ में चल रहा यूनीक होम
माडल हाउस के साथ-साथ नकोदर रोड पर करीब 3 एकड़ में यूनीक होम का निर्माण किया गया है। यहां पर विशाल पार्क, क्लास रूम, डाइङ्क्षनग रूम, प्ले ग्राउंड से लेकर तमाम वह सुविधाएं इजाद की गई है, जो किसी संपन्न परिवार की बच्चियों को दी जाती है।

हर बच्ची की मां है प्रकाश कौर
बीबी प्रकाश कौर बताती हैं कि यूनिक होम के बैनर तले बच्चियों को अच्छे स्कूलों में पढ़ाई करवाने से लेकर उच्च शिक्षा का प्रबंध भी किया जाता है। यूनिक होम में रहने वाली हर बच्ची उन्हें मां की तरह मानती हैं, जिन पर ममता लुटाते हुए मन को भी सुकून मिलता है। विडंबना यह है कि हर क्षेत्र में पुरुषों के समान होने के बावजूद कुछ लोगों की संकीर्ण मानसिकता के चलते आज भी इन कलियों को खिलने से पहले ही मसल दिया जाता है। इसे रोकने के लिए सरकारी प्रयास काफी नहीं है बल्कि समाज की मानसिकता में भी परिवर्तन लाना होगा।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।