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Jalandhar By Election: मोहिंदर भगत काे मंत्री बनाएंगे भगवंत मान? मुख्यमंत्री ने उपचुनाव से पहले मतदाताओं से किया था वादा

पंजाब की वेस्ट जालंधर विधानसभा सीट (Jalandhar By Election 2024) से आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत (Mohinder Bhagat) ने जीत हासिल की है। इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी शीतल अंगुराल (Sheetal Angural) को शिकस्त मिली। चुनाव से पहले सीएम भगवंत मान ने यहां के लोगों से वादा किया था कि यदि मोहिंदर चुनाव जीते तो उन्हें मंत्री बनाया जाएगा।

By Inderpreet Singh Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 13 Jul 2024 04:12 PM (IST)
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Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान फाइल फोटो (जागरण न्यूज)

इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत की जालंधर पश्चिमी से रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीत के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप पर उन्हें मंत्री बनाने का दबाव बढ़ सकता है।

चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर पश्चिमी के मतदाताओं से उन्हें विजयी बनाने की अपील की थी और वादा किया था कि आप उन्हें विधायक बना दीजिए, मंत्री मैं बना दूंगा।

अब मोहिंदर भगत को मंत्री बनाया जाएगा कि नहीं। यह बड़ा सवाल सरकार के सामने खड़ा हो गया है। मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने के लिए कैबिनेट के किसी एक अनुसूचित जाति के मंत्री को हटाना पड़ेगा क्योंकि उन्हें मंत्री बनाने से जालंधर जिले से अनुसूचित जाति के दो मंत्री हो जाएंगे।

अगर मोहिंदर भगत नहीं बने मंत्री?

इस समय जालंधर में स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह हैं जिनकी अश्लील वीडियो लीक होने के बाद से पार्टी काफी दबाव में है। दरअसल, अब अगर मोहिंदर भगत को मंत्री न बनाया गया तो आम आदमी पार्टी पर वादों से मुकरने का आरोप लग सकता है।

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इससे पहले विधानसभा के चुनाव में पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह जो अपनी आईपीएसशिप छोड़कर आप में शामिल हुए थे को न केवल अमृतसर नार्थ से टिकट दिया गया बल्कि चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उन्हें गृहमंत्री बनाने का वादा भी किया था।

लेकिन पार्टी ने इस वादे को नहीं निभाया। उनकी यह निराशा उनकी इंटरनेट मीडिया पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़े करने वाली पोस्ट और विधानसभा में उनकी तकरीरों में नजर आती है।

हालांकि, इस समय कैबिनेट में तीन मंत्रियों के पद खाली हैं लेकिन अनुसूचित जाति का कोटा भरा हुआ है।

अनुसूचित जाति से चार विधायकों को बनाया जाता है मंत्री

या जाता है। इस समय वित्तमंत्री हरपाल चीमा, सामाजिक सुरक्षा मामलों की मंत्री डॉ. बलजीत कौर, खाद्य एवं आपूर्ति लालचंद कटारूचक और स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह अनुसूचित जाति वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

पार्टी के एक सीनियर पदाधिकारी ने कहा कि ऐसी कोई बंधिश नहीं है कि अनुसूचित जाति से पांच लोगों को मंत्री नहीं बनाया जा सकता लेकिन ऐसा होने से अन्य वर्गों के प्रतिनिधित्व में कमी आ जाती है।

दूसरा, खुद मुख्यमंत्री ने प्रचार के दौरान कई बार मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने की बात कही। इसका असर भी दिखा।

लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मात्र चालीस दिन पहले इसी सीट पर 15 हजार वोट से ही संतोष करना पड़ा था उसी सीट पर अब मोहिंदर भगत 37 हजार से ज्यादा वोट के अंतर से जीते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री पर उन्हें मंत्री बनाने का दबाव बढ़ना यकीनी है।

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