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डीसी थोरी बोले- सेंटर आफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल्स के उत्पादों के व्यापक प्रचार के लिए मोबाइल एप बनाएं

जालंधर के डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने करतारपुर स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल्स (इंडो-इजराइल) की मैनेजमेंट को अपने उत्पादों की लोगों तक पहुंच बढ़ाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हाल में इस केंद्र का दौरा किया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Sun, 06 Jun 2021 05:48 PM (IST)
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जालंधर के डीसी घनश्याम थोरी ने करतारपुर स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल्स का दौरा किया। जागरण
करतारपुर (जालंधर), जेएनएन। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल्स (इंडो-इजराइल) की मैनेजमेंट को अपने उत्पादों की लोगों तक पहुंच बढ़ाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. सुरिंदर सिंह, डिप्टी डायरेक्टर बागबानी डॉ. रणजीत सिंह और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्राजेक्ट अधिकारी डॉ. दलजीत सिंह के साथ केंद्र का दौरा करते हुए आधिकारियों को सूचना प्रौद्यौगिकी का बुनियादी ढांचा और एक मोबाइल एप विकसित करने के लिए कहा ताकि किसान अपनी आमदनी को बढ़ाने के लिए केंद्र का लाभ ले सकें।

प्रोजेक्ट अधिकारी ने डिप्टी कमिश्नर को बताया कि इस केंद्र के उत्पादों की सप्लाई ग्राहकों को सीधे तौर पर छोटी बैटरी के साथ चलने वाले वाहनों से की जा रही है। साथ ही केंद्र को लाभ के साथ चलाया जा रहा है। केंद्र के प्रयत्नों की प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ने राज्य, विशेषकर क्षेत्र के किसानों की खुशहाली को यकीनी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होनें कहा कि इस केंद्र में इस्तेमाल की जाने वाली अति आधुनिक तकनीक से किसानों को कृषि के क्षेत्र में इस्तेमाल की जा रही ग्लोबल तकनीक की जानकारी मिलती है। इससे किसान खेती विभिन्नता अपनाकर अधिक से अधिक लाभ कमाना सुनिश्चित कर सकते हैं। 

डीसी थोरी ने कहा कि इजराइल के सहयोग के साथ चलाई जा रही इस संस्था में किसानों को विशेष तौर पर उपज से अधिक से अधिक लाभ लेने के बारे में अनमोल जानकारी दी जाती है। केंद्र में सब्जियों की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधा भी है।

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