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डा. अलोक ललवानी निर्विरोध बने जालंधर IMA प्रेसीडेंट, कोरोना महामारी के कारण किसी ने नहीं दी चुनौती

जालंधर में आईएमए के साल 2022 के प्रधान पद की दावेदारी के लिए किसी ने रूचि नही दिखाई। इस बार आईएमए के चुनाव को लेकर गुटबंदी भी नहीं दिखाई दी। केलव डा. अशोक ललवानी ने ही नामांकन भरा था।

By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Fri, 18 Dec 2020 12:40 PM (IST)
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डा. अलोक ललवानी जालंधर आईएमए के प्रेसीडेंट चुने गए हैं। (जागरण)
जालंधर, जेएनएन। डा. अलोक ललवानी को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) जालंधर का वर्ष 2022 के लिए प्रेसीडेंट निर्वाचित कर लिया गया है। इसकी अधिकारिक घोषणा शनिवार को की जाएगी। इस बार चुनावी माहौल ठंडा होने की वजह से केवल एक ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरा था।

कोरोना काल के चलके आईएमए की राजनीति भी ठंडी पड़ गई। आईएमए के साल 2022 के प्रधान पद की दावेदारी के लिए किसी ने रूचि नही दिखाई। इस बार आईएमए के चुनाव को लेकर गुटबंदी भी नहीं दिखाई दी। चुनाव को लेकर सभी गुट शांत रहे। चुनाव में केवल एक ही डाक्टर ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन पत्र की जांच में डा. ललवानी को हरी झंडी मिल गई है। पिछले साल चुनाव मैदान चार उम्मीदवार उतरे थे और आईएमए के वरिष्ठ सदस्यों की दखलअंदाजी के चलते दो ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे थे। साल 2021 के लिए डा. अमरजीत सिंह पिछले साल प्रधान निर्विचित किए थे।

मुख्य चुनाव अधिकारी डा. राजीव सूद ने बताया कि प्रधान पद के चुनाव के लिए उनकी अगुवाई में डा. गगनदीप सिंह तथा डा. डिंपल शर्मी की टीम गठित की गई है। साल 2022 के प्रधान पद के लिए केवल एक ही डा. अलोक ललवानी ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन पत्र जांच में ठीक पाए गए है। डा. अलोक ललवानी के निर्विरोध प्रधान निर्वाचित घोषित किया गया। इसकी आधिकारिक तौर पर  घोषणा  शनिवार को  आई एम ए हाउस में बैठक के दौरान की जाएगी। डा. अलोक ललवानी जालंधर इकाई के सचिव रह चुके है। पिछले साल उन्होंने प्रधान पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था, परंतु कुछ कारणों के चलते नामांकन पत्र वापिस ले लिया था।

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