Punjab Congress: परगट सिंह ने संभाली कैप्टन के खिलाफ बगावत की कमान, जालंधर के 2 और विधायक भी साथ
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावती सुर अपनाने वालों में परगट सिंह के अलावा जालंधर के तीन विधायक शामिल हैं। नार्थ हलके से विधायक बावा हैनरी और करतारपुर के विधायक चौधरी सुरेंद्र सिंह भी नवजोत सिंह सिद्धू का समर्थन कर चुके हैं।
By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Tue, 24 Aug 2021 06:14 PM (IST)
जगजीत सिंह सुशांत, जालंधर। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab CM Captain Amrinder Singh) को पद से हटाने के लिए पार्टी हाईकमान से मिलने जाने वाले विधायकों के गुट का नेतृत्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के करीबी साथी और जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह (Pargat Singh MLA) करेंगे। मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावती सुर अपनाने वालों की गिनती और दोआबा में भी तेजी से बढ़ती जा रही है। परगट सिंह तो पहले ही इस मुहिम के सक्रिय नेता बन गए थे लेकिन अब जालंधर नार्थ हलके से विधायक बावा हैनरी भी खुलकर सामने आ गए हैं। करतारपुर के विधायक चौधरी सुरेंद्र सिंह भी नवजोत सिंह सिद्धू का समर्थन कर चुके हैं।
जालंधर के 6 में से तीन विधायक सिद्धू के साथजालंधर के 6 विधायकों में से तीन अब सिद्धू के साथ नजर आ रहे हैं। विधायक परगट सिंह को नवजोत सिंह सिद्धू खेमे का मास्टरमाइंड भी माना जा रहा है और वह पार्टी महासचिव बनने के बाद से ही संगठन पर पकड़ के लिए अभियान छेड़ चुके हैं। परगट सिंह ने सबसे पहले कांग्रेस भवन की घेराबंदी शुरू की है और वहीं पर डेरा डाल दिया है।
परगट ने ही शुरू की थी कैप्टन की घेराबंदीसबसे पहले, परगट सिंह ने ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की घेराबंदी करीब ढाई साल पहले ही शुरू की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को लेटर लिखकर नशा, बेअदबी, माइनिंग समेत कई मुद्दे उठाए थे। इसके बाद वे 2 साल तक चुप रहे और अब बदलते समीकरणों में मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखे आरोप लगाने शुरू कर दिए। मुख्यमंत्री को घेरने की तैयारी लंबे अरसे से ही चल रही थी। विधायक परगट सिंह ने ही विधायक हैनरी को सिद्धू के साथ जाेड़ा है।
परगट मैनिपुलेशन में माहिर विधायक परगट सिंह बेशक अपने विधानसभा क्षेत्र कैंट में पकड़ ढीली कर चुके हैं लेकिन पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के जरिए पार्टी पर पकड़ बनाकर और सत्ता में बने रहने का रास्ता मजबूत कर रहे हैं। परगट को मैनिपुलेशन में माहिर माना जाता है। वह सत्ता विरोधी लहर को पहले से ही भांप जाते हैं और लहर का सामना करने की बजाय खुद ही इस लहर पर सवार हो जाते हैं।
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