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Jallianwala Bagh के नए रंग रूप से शहीदों के परिवार खुश, फ्रीडम फाइटर्स फाउंडेशन का इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप

Jallianwala Bagh Controversy जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति ने जोरदार स्वागत किया। केंद्र सरकार के रेनोवेशन के काम को सराहनीय बताया है। दूसरी ओर जलियांवाला फ्रीडर फाइटर फाउंडेशन ने इसे अहम इतिहास के साथ छेड़छाड़ करार दिया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Wed, 01 Sep 2021 12:59 PM (IST)
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जलियांवाला बाग के प्रवेश द्वार की संकरी गली में बनाई गई प्रतिमाओं रो देखते हुए शहीदों के परिवारों के सदस्य।
​​​​​जागरण संवादादात, अमृतसर। Jallianwala Bagh Controversy जलियांवाला बाग के नए रंग रूप पर विवाद में कई पहलू सामने आए हैं। जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति ने जोरदार स्वागत किया। केंद्र सरकार के रेनोवेशन के काम को सराहनीय बताया है। उनका कहना है कि इससे बाग में आने वाले लोग शदीदों की यादों को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। दूसरी ओर, जलियांवाला फ्रीडर फाइटर फाउंडेशन ने इसे इतिहास के साथ छेड़छाड़ करार दिया है।

जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति के महासचिव मनीश बहल ने बाग की रिनोवेशन को सराहनीय बताया है। बहल ने कहा कि राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग को लेकर गलत बयान दिया है। केंद्र सरकार ने बाग की रेनोवेशन करवाकर बहुत अच्छा काम किया है। राहुल गांधी का बयान निंदनीय है। राहुल गांधी केवल लोगों की नजर में बने रहने के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं। 70 सालों में ऐतिहासिक स्थल पर किसी ने कोई विकास का काम नहीं किया। रेनोवेशन के माध्यम से हुए विकास कार्य पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहे हैं। लोग केवल अपने स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।

फ्रीडम फाइटर फाउंडेशन ने विरोध में मौन व्रत रखा

वहीं, जलियांवाला बाग फ्रीडम फाइटर फाउंडेशन ने मौन व्रत रखकर धरना देकर केंद्र सरकार पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मंगवार को फाउंडेशन के सदस्यों ने 1 घंटे तक मौन रखा। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार ने रेनोवेशन के नाम पर इतिहास के साथ पूरी तरह से छेड़छाड़ की है।

केंद्र पर ये आरोप लगाए

1- जिस गली से सभी लोग अंदर गए थे। उसे भी पूरी तरह से बदल दिया गया है।

2. शहीदी कुएं को रिपेयर करने की बजाए पूरी तरह से बदल दिया है। इससे साफ दिखाई देता है कि इतिहास को बदलने की कोशिश की गई है।

बाग से शहीदों की तस्वीरें हटाईं

फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील कपूर ने कहा कि बाग में शहीदों की फोटो लगी थी। अब सारी फोटो हटा दी गई हैं। अमर ज्योति की जगह ही बदल दी है। गली के उपर छत डालने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ केवल पैसा कमाने के लिए गया है। इसका वह विरोध करते हैं।

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