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रिश्वत लेने-देने के मामले में नहीं थी जानकारी : मनोरंजन कालिया

सीबीआइ की स्पेशल अदालत में पंजाब के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनोरंजन कालिया की रिश्वत के एक मामले में गवाही हुई।

By Edited By: Updated: Tue, 10 Sep 2019 11:23 AM (IST)
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रिश्वत लेने-देने के मामले में नहीं थी जानकारी : मनोरंजन कालिया
चंडीगढ़/जालंधर, जेएनएन। सीबीआइ की स्पेशल अदालत में पंजाब के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनोरंजन कालिया की रिश्वत के एक मामले में गवाही हुई। सीबीआइ ने उनसे पूछा कि उनका नाम आरोपितों की कॉल रिकॉर्डिंग में था। इस पर मनोरंजन कालिया ने कहा कि रिश्वत लेने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। बताया कि उन्हें नहीं पता था कि उनके नाम पर किसी से रिश्वत मांगी जा रही है। इससे पहले सीबीआइ को दिए अपने बयानों में कहा था कि वह राज खुराना को तो जानते थे लेकिन देविंद्र सिंह को नहीं जानते थे। अब मामले की अगली सुनवाई 26 सितंबर को होगी।

ये है मामला

दर्ज मामले के मुताबिक, 4 मई 2011 को सीबीआइ ने पंजाब ऑटोमोबाइल मेकेनिक्स एसोसिएशन के मेंबर मनप्रीत सिंह की शिकायत पर रिश्वत लेने का एक मामला दर्ज किया था। मनप्रीत ने शिकायत में बताया था कि एसोसिएशन ने पंजाब के बिशनगढ़ में 14 एकड़ जमीन खरीदी थी। इस जमीन को एसोसिएशन के नाम पर किया जाना था। उन्होंने आरोप लगाया था कि फर्म एंड रजिस्ट्रार ऑफ सोसायटी के अधिकारी देविंद्र सिंह (बिचौलिया) ने बताया कि एसोसिएशन के खिलाफ एक जांच चल रही है जिसमें एसोसिएशन के सभी सदस्यों पर केस दर्ज किया जा सकता है। इस जाच को बंद करने के लिए देविंद्र सिंह ने दो करोड़ रुपये की मांग की थी। बाद में वह डेढ़ करोड़ रुपये डिमांड करने लगा।

आरोप के मुताबिक देविंद्र ने मनप्रीत सिंह से कहा कि ये काम वे मुख्य संसदीय सचिव राज खुराना के जरिए करवाएंगे। राज खुराना आगे मनोरंजन कालिया से बात करेंगे। इस पर मनप्रीत ने राज खुराना और देविंद्र के खिलाफ शिकायत दी। सीबीआइ ने इसके बाद राज खुराना के घर के बाहर ट्रैप लगाया और उसकी गाड़ी की तलाशी ली जिसमें से 15 लाख रुपये और साइन किए हुए नौ ब्लैंक चेक बरामद किए। इसे सीबीआइ ने जब्त कर लिया था और राज खुराना को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि केस के कुछ वर्षों बाद खुराना की मौत हो गई थी। वहीं, सीबीआइ ने इस मामले में जांच के बाद मनोरंजन कालिया को गवाह बना लिया था।

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