पापा-पापा कहते भारतीय सीमा में दाखिल हुआ 3 वर्षीय पाकिस्तानी बच्चा, बीएसएफ ने चाकलेट दे दुलारा, परिवार को लौटाया
शुक्रवार देर शाम पंजाब से जुड़ी पाकिस्तानी सीमा पर बीएसएफ की दरियादिली देखने को मिली। एक पाकिस्तानी बच्चा फिरोजपुर सेक्टर की चौकी से भारतीय सीमा में दाखिल हो गया था। वहां तैनात जवानों ने बच्चे को चाकलेट देकर दुलारा और फिर परिवार को सौंप दिया।
परमिंदर सिंह थिंद, फिरोजपुर: एक तरफ देश की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करने वालों को या तो पकड़कर जेल भेज दिया जाता है या फिर भागने पर गोली मार दी जाती है। वहीं, दूसरी ओर फिरोजपुर में भारतीय सीमा में चले आए करीब तीन साल के बच्चे के लिए बीएसएफ अधिकारियों और जवानों की दरियादिली से हर कोई खुश है। केवल तीन साल का यह बच्चा पापा-पापा कहते अनजाने में भारतीय सीमा में दाखिल हो गया था। वहां मौजूद सीमा सुरक्षा बल के जवानों और अधिकारियों ने उसके आने पर दिल के दरवाजे खोल दिए।
उन्होंने उसे चाकलेट और टाफियां देकर दुलारा। फिर दूसरी तरफ तैनात पाकिस्तानी रेंजरों को इसके बारे में जानकारी दी। कुछ ही देर बाद बच्चे को उसके स्वजनों के हवाले भी कर दिया गया। दरअसल, शुक्रवार देर शाम एक पाकिस्तानी बच्चा फिरोजपुर सेक्टर की किसी चौकी से भारतीय सीमा में दाखिल हो गया था।
अलर्ट मोड पर वहां तैनात बीएसएफ के जवानों ने बच्चे को देखकर उसकी मूवमेंट पर ध्यान देना शुरू किया और उसे आगे तक आने दिया गया। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बच्चा बहुत छोटा था और वह अपना नाम और पता कुछ भी नहीं बता पा रहा था।
अनजान लोगों को देख सहमा हुआ था बच्चा
वह केवल पापा-पापा बोल रहा था और अनजान लोगों को देख सहमा हुआ था। इस पर उसे खाने पीने की वस्तुएं देकर चुप करवाया गया। मौके की नजाकत को समझते हुए तुरंत ही पाक रेजरों से संपर्क करके बच्चे को उसके परिवार को सौंप दिया गया। कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बीएसएफ ने बच्चे को पिता के हवाले किया।
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जासं, फिरोजपुर। नशा और हथियार सप्लाई कर रहे पाकिस्तानी ड्रोन पर सीमा पर रहने वाले ग्रामीण नजर रखेंगे। इसके साथ ही बीएसएफ को सूचना देने वालों को एक लाख रूपए तक इनाम भी दिया जाएगा। सीमा से सटे गांवों में ड्रोन की जानकारी देने के लिए बीएसएफ ने ड्रोन उड़ा कर लोगों को उसकी आवाज और लाइट से पहचान करने की ट्रेनिंग दी।