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Video: पंजाब में मर्सिडीज वाला भी गरीब, खरीदता है 2 रु. किलो गेहूं, वीडियो वायरल हुई तो मंत्री ने दिए जांच के आदेश

पंजाब के हाेशियारपुर में गरीबों के लिए 2 रुपये किलो राशन बंट रहा था। इसी दौरान एक व्यक्ति मर्सिडीज से उतरा और बीपीएल कार्ड दिखाकर 2 रुपये किलो गेहूं ले गया। वीडियो वायरल हुई तो मंत्री ने जांच के आदेश दे दिए।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 01:17 PM (IST)
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मर्सिडीज कार सवार 2 रुपये किलो गेहूं ले जाता हुआ। वीडियो ग्रैब
जागरण संवाददाता, होशियारपुर। पंजाब में गरीबों को राशन मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन राशन लेने की कतार में कई अमीर भी शामिल हैं। ऐसा ही एक मामला यहां दिखा। एक व्यक्ति मर्सिडीज कार से उतरा और गरीबों के लिए आया दो रुपये किलो गेहूं ले लिया।

मर्सिडीज में आए व्यक्ति को देखकर लोग हक्के-बक्के रह गए। हालांकि जब लोगों ने उक्त व्यक्ति को पूछा कि वह तो लक्जरी कार में है वह कैसे गरीब हो सकता है। इस पर उसने कहा कि कार उसके दोस्त की है। वह केयरटेकर के तौर पर इसे अपने पास रखता है। 

वहीं, डिपो होल्डर अमित साजन का कहना है कि बीपीएल कार्ड विभाग बनाता है, इसमें वह कुछ नहीं कर सकते। इस लीपापोती के बीच मर्सिडीज पर गरीब के राशन की सवारी इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।

दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार को एक बीपीएल कार्डधारक डिपो होल्डर के पास दो रुपये किलो के हिसाब से गेहूं लेने पहुंचा। शाही ठाठ से मर्सिडीज पर गेहूं लेने पहुंचे इस व्यक्ति को देखकर आस पास के लोग हैरान रह गए। पहले तो मौके पर डिपो होल्डर ने सोचा कि कोई व्यक्ति काम से रुका है।

जब मर्सिडीज सवार व्यक्ति ने अपना कार्ड दिखाया तो डिपो होल्डर भी दंग रह गया। कार्ड हाथ में था, मना कैसे करता। खैर उसने उनके कार्ड के आधार पर बनता गेहूं उन्हें दे दिया। उसने गेहूं मर्सिडीज की डिगी में डाला और निकल गया।

मौके पर कुछ लोगों ने उनकी वीडियो बनाई और वायरल कर दी। जब इस संबंधी मर्सिडीज सवार व्यक्ति से पूछा गया तो लीपापोती शुरू हो गई कि कार उसकी नहीं है। वह तो उसके दोस्त की है। वह तो पहली बार कार पर गेहूं लेने आया है। वह तो गरीब है। वहीं, इस मामले में पंजाब के फूड एवं सिविल सप्लाई मंत्री लालचंद कटारूचक्क ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

मैं कुछ नहीं कर सकता, विभाग से पूछें : डिपो होल्डर

वहीं, इस मामले में डिपो होल्डर अमित ने बताया कि उनका काम कार्ड के आधार पर गेहूं देना है। कार्ड विभाग ने बनाया है और आप विभाग से बात करें कि उन्होंने कार्ड किस आधार पर बनाया है। जिसके पास भी गरीबों वाला कार्ड हो, उसे हमें राशन देना पड़ता है।

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