Pit Bull History: खूनी खेलों से जुड़ा है बच्चों के दुश्मन पिटबुल का इतिहास, 24 देशों में लग चुका है प्रतिबंध
Pit Bull Attacks India भारत में पिट बुल डाग के हमलों के मामले इतने बढ़ गए हैं कि अब इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेजी पकड़ने लगी है। इस ब्रीड का इतिहास भी खूनी खेलों से जुड़ा हुआ है।
By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 09:44 AM (IST)
आनलाइन डेस्क, जालंधर। खतरनाक पिटबुल (Pit Bull) डाग बच्चों का दुश्मन बना हुआ है। एक दिन पहले जालंधर में इसने 9 साल की बच्ची जाहन्वी को नोंच खाया। यह डाग ब्रीड कितनी खतरनाक है, इसका अंदाजा लखनऊ की घटना से लगाया जा सकता है। यहां पिटबुल ने अपने मालिक की मां पर हमला करके उनकी जान ले ली थी।
इसी सितंबर में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पिटबुल ने दस साल के बच्चे को बुरी तरह नोच डाला। उसके सिर और चेहरे पर डाक्टरों को 150 टांके लगाने पड़े। पिटबुल हमलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए पेटा (पीपल फार एथिकल ट्रीटमेंट आफ एनिमल्स) ने केंद्र सरकार से इसकी ब्रीडिंग पर रोक लगाने की मांग तक कर डाली है।
डाग लवर्स के तमाद दावों के बावजूद पिटबुल दुनिया के सबसे खतरनाक डाग ब्रीड में से एक है। इससे दूर रहने में ही समझदारी है। अगर इसके इतिहास पर नजर डालें तो स्पष्ट हो जाता है कि पिटबुल को खूनी खेल के लिए ब्रीड किया गया था। आज भी इसे डाग फाइटिंग के लिए गैरकानूनी रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
बुलडाग और टेरियर का हाइब्रिड है पिटबुल
करीब सवा दो सौ पहले इंग्लैंड में बुल बेटिंग (Bull Baiting) नाम का एक खूनी खेल खेला जाता था। इसमें ताकतवर कुत्ते तब तक किसी बैल को नोचते, दौड़ाते और खसोटते थे, जब तक कि वह बेहोश नहीं हो जाता था। डाग की इस किस्म को ही बुल डाग नाम दिया गया। उस जमाने में यह ब्रिटिश मेहनतकश लोगों का प्रिय खेल था। वर्ष 1835 में इसे वहां की सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया लेकिन खूनी खेल के शौकीनों ने दूसरा तरीका निकाल लिया।
इसलिए नाम पड़ा पिट बुलएक नया खेल शुरू किया गया। रैटलिंग (Rattling)। इसमें कुत्ते चूहों को उनके बिलों से दबोचकर बाहर निकालते थे। इस खेल में ताकतवर और फुर्तीले कुत्तों की मांग ज्यादा दी। इसी के बाद बुल डाग और टेरियर की हाइब्रिड ब्रीड के रूब में पिट बुल सामने आया। यहां पिट शब्द चूहों के बिल से ही आया है। इसके बाद डाग फाइटिंग भी शुरू हो गई और यह लोगों के मनोरंजन का प्रिय साधन बना। डाग फाइटिंग के लिए आज भी पिटबुल पसंदीदा ब्रीड माना जाता है।
विश्व के 24 देशों में प्रतिबंधित है Pit Bullपिटबुल इतना कुख्यात है कि विश्व के 24 देशों में या तो इस पर प्रतिबंध लगा है या फिर इसे पालने के लिए कड़े नियम लागू हैं। जिन देशों में इसे पालना प्रतिबंधित है, उनमें यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, सिंगापुर, वेनेजुएला, पुर्तगाल, बेल्जियम, डेनमार्क, फिनलैंड नार्वे और पोलैंड प्रमुख हैं। यह भी पढ़ें - Aeroplane Gurdwara: पंजाब के गुरुद्वारे में दूर होती हैं वीजा की रुकावटें, वीकेंड में श्रद्धालु चढ़ाते हैं 200 टाय प्लेन
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