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गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का गिरोह चला रहे 7 कुख्यातों को पुलिस ने पकड़ा, चार लोगों की हत्या की रची थी साजिश

Jalandhar Crime News अपराध के खिलाफ सख्त जालंधर पुलिस को बीते दिनों बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने गोल्डी बराड़ का गिरोह चला रहा गैंगस्टर अंकुश को उसके छह गुर्गों सहित गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा अवैध सामग्रियां बरामद हुई। मिली जानकारी के मुताबिक इनको विदेश में बैठे गैंगस्टरों ने हथियार उपलब्ध कराए थे।

By sukrant safari Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 15 Sep 2024 09:15 AM (IST)
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गिरफ्तार आरोपितों के बारे में बताते एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख

जागरण संवाददाता, जालंधर। कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, रवि बलाचौरिया, रिंदा बाबा सहित अन्य गैंगस्टरों के गिरोह को ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर अंकुश भैया सहित सात अपराधियों को देहात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनसे चार पिस्तौल, सात कारतूस, 1000 प्रतिबंधित गोलियां, एक महंगी कार जब्त की है।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अंकुश सभ्रवाल उर्फ भैया, पंकज सभ्रवाल उर्फ पंकू, रूपेश कुमार, विशाल सभ्रवाल उर्फ भड़ठू निवासी ऋषि नगर, नकोदर, हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमन निवासी मोहल्ला रौंटा नकोदर, जसकरन सिंह पुरेवाल उर्फ करण उर्फ जस्सा निवासी मोहल्ला गोंस, नकोदर, आर्यन सिंह निवासी गांव नवाजीपुर शाहकोट के रूप में हुई है। आर्यन सिंह थाना सदर नकोदर में कांस्टेबल तैनात है और वह गैगस्टरों की मदद करता था।

विदेश में बैठे गैंगेस्टरों ने उपलब्ध कराए थे हथियार

पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपितों को हथियार विदेश में बैठे गैंगस्टरों ने उपलब्ध करवाए थे। उन्होंने विरोधी गैंग के चार लोगों की हत्या के साथ-साथ बैंक लूटने की साजिश रची थी। वहीं पंजाब भर में अवैध हथियारों की तस्करी, नशा तस्करी और जबरन वसूली की कई वारदातें कर चुके थे।

गिरोह में शामिल करण सभ्रवाल निवासी ऋषि नगर, नकोदर, दलबीर सिंह उर्फ हरमन निवासी मोहल्ला गोंस, नकोदर और होशियारपुर निवासी दीबू फरार चल रहे हैं। इनकी तलाश जारी है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।

हत्या, लूट, डकैती जैसी योजनाएं बना रहे थे आरोपित

एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने बताया कि सूचना आई थी कि कुख्यात गैंगस्टर हत्या, लूट, डकैती जैसी योजनाएं बना रहे हैं। इसके बाद डीएसपी नकोदर लखबीर सिंह ने थाना नकोदर प्रभारी संजीव कपूर और सीआइए प्रभारी पुष्प बाली की टीम को लगाया। सूचना के आधार पर नकोदर शहर के जीटी रोड स्थित मलहरी गांव के पास नाकाबंदी कर एक सफेद वेन्यू कार (पीबी-08-ईजेड-2018) को रोका।

कार सवार लोग भागने लगे तो उनको काबू किया गया। उनसे नशीली गोलियां, चार पिस्तौल के साथ सात कारतूस बरामद किए गए। सभी को गिरफ्तार किया गया तो सामने आया कि विदेशों में बैठे गैंगस्टरों के कहने पर काम करते थे। हथियारों की सप्लाई, रंगदारी, नशा सप्लाई के लिए विदेश से आर्डर आते और अंकुश का गैंग काम को पूरा करता था। एसएसपी खख ने बताया कि सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

नकोदर सदर का कांस्टेबल करता था मदद

नकोदर सदर में तैनात कांस्टेबल आर्यन सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आर्यन सिंह के पिता भी नकोदर सदर में कांस्टेबल थे और दुर्घटना में उनकी मौत होने पर आर्यन सिंह को नौकरी मिली थी।

आर्यन डेढ़ महीने से ड्यूटी से गैरहाजिर था और गैंगस्टरों को रसद देना, उनके छिपने के लिए जगह देना सहित पुलिस से सूचनाएं लेकर उन तक पहुंचाने का काम करता था। यही नहीं, आरोपितों को हथियार लाने ले जाने में भी मदद करता था।

लाडी और विशाल ने पहुंचाए थे हथियार

आरोपितों को हथियार विदेश से सप्लाई करवाए गए थे और यह हथियार लाडी और विशाल सभ्रवाल ने मुहैया करवाए थे। दोनों पहले भी आरोपितों को हथियार सप्लाई करते रहे हैं। गिरफ्तार अंकुश सभ्रवाल के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं।

पंकज सभ्रवाल उर्फ पंकू के खिलाफ भी 12-09-2023 को हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं के तहते मामला दर्ज है। विशाल सभ्रवाल आर्म्स एक्ट और कई अन्य मामलों में वांछित है।

होशियारपुर में बैंक डकैती और चार हत्या की थी योजना

आरोपितों ने चार हत्या और होशियारपुर में बैंक डकैती की योजना बनाई थी। दो टारगेट होशियारपुर और एक नकोदर तथा एक शाहकोट में था। वहीं इससे पहले भी आरोपितों ने कई वारदातें की थीं, जिनके बारे में पुलिस पता लगा रही है।

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कार में आरोपितों को लेकर जाता था रुपेश

पुलिस ने जो कार बरामद की है, वो रुपेश की थी। रुपेश अपनी गाड़ी में आरोपितों को लाने-ले जाने, उनके हथियार सप्लाई करने तथा उनके लिए रेकी करने जैसे काम करता था। रुपेश ने गिरोह को सुरक्षित घर और हथियार रखने के लिए जगह भी दी थी। वहीं होशियारपुर निवासी दीबू गिरोह को नशा सप्लाई करता था ताकि उसे आगे पंजाब के अलग अलग शहरों में सप्लाई किया जा सके।

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