Punjab Air Pollution: जहरीली हवा से पंजाब बेहाल, 317 तक पहुंचा AQI; 1084 जगहों पर जली पराली
Punjab Air Pollution वीरवार को न्यूनतम व एवरेज एक्यूआई (AQI) सबसे ज्यादा खराब और घातक रहा है। इसको सुधारने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ थाना प्रभारियों को सख्ती करनी होगी। प्रदूषण विभाग की तरफ से सैटेलाइट राही प्राप्त किए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में खेतों में महज वीरवार को ही पराली लगाने के 45 मामले सामने आए हैं।
By Ankit SharmaEdited By: Prince SharmaUpdated: Fri, 17 Nov 2023 07:07 AM (IST)
अंकित शर्मा, जालंधर। पटाखों के जहरीले धुएं की वजह से दो दिन जहां एक्यूआई 500 तक पहुंच गया था, मगर अभी भी हालात नहीं सुधर पाए हैं। अब पराली का धुआं एक्यूआई को बिगाड़ रहा है। वहीं वीरवार को कुछ ज्यादा ही खराब एक्यूआई के हालात दिखे। अधिकतम एक्यूआई 317, न्यूनतम 253 और एवरेज 287 पाया गया। जबकि दीपावली के दिन अधिकतम एक्यूआई 342, न्यूनतम 42, एवरेज 134 और दीपावली के अगले दिन अधिकतम एक्यूआई बढ़कर 500, न्यूनतम 76 और एवरेज 222 रिकॉर्ड किया गया था।
इस हिसाब से देखें तो वीरवार को न्यूनतम व एवरेज एक्यूआई सबसे ज्यादा खराब और घातक रहा है। इसको सुधारने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ थाना प्रभारियों को सख्ती करनी होगी। हालांकि निरंतर पराली की बढ़ती जा रही घटनाओं को लेकर जिला उपायुक्त की तरफ से एसडीएम, एसएसपी और थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए हैं।
वीरवार को जिले में 45 स्थानों में जलाई गई पराली
जिला प्रशासन की तरफ से खेतों में पराली को आग लगाने वालों के खिलाफ मुहिम तेज कर दी गई है, वहीं आग पराली लगाने की घटनाएं भी निरंतर बढ़ती जा रही है। प्रदूषण विभाग की तरफ से सैटेलाइट राही प्राप्त किए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में खेतों में महज वीरवार को ही पराली लगाने के 45 मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही सीजन में पराली को आग लगाने के मामलों की संख्या 1084 हो गई है। जबकि बीते वर्ष यानी कि 2022 में 1335 और 2021 में 2490 मामले सामने आए थे।जिले में 23 मामले दर्ज, दो की हुई गिरफ्तारियां
जिले में पराली जलाने की घटनाएं जहां बढ़ी हैं, वहीं अभी तक 23 मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें दो मामलों में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारियां थाना भोगपुर और थाना गोराया की तरफ से की गई है। इसके अलावा थाना प्रभारियों और पुलिस की तरफ से गांव-गांव में जाकर लोगों को पराली न जलाने प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राकेश चोपड़ा ने कहा कि निरंतर एक्यूआई फिर से अधिक रह रहा है, जो की बेहद घातक है। सबसे शुद्ध एक्यूआई 50 तक ही माना जाता है। जितना इससे अधिक होगा इतना ही स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक होगा। इससे ही गले में खराश, खांसी, सांस लेने की परेशानियां बढ़ती हैं
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ऐसे में जो लोग इन बीमारियों से ग्रस्त हैं, उन्हें अधिक समय तक बाहर नहीं रहना चाहिए। वे मास्क पहन कर रखें और दूषित एरिया में जाने से भी परहेज करें। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर तुरंत डाक्टरी जांच करवाने पर परामर्श उपरांत ही दवा लें।
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मौसम विशेषज्ञ डा. दलजीत सिंह कहते हैं कि सुबह के समय सफेद चादर रूपी कोहरे में प्रदूषित कण मिल जाने की वजह से स्माग बनता है। जिसकी वजह से एक्यूआई का स्तर बिगड़ा है। पराली में आग लगाने जैसी घटनाएं रुकने पर ही इस स्थिति को सुधारा जा सकता है या फिर वर्षा हो जाए। मगर अभी अगले पांच दिनों तक वर्षा के तो आसार नहीं हैं। एक्यूआई 50 तक शुद्ध और 100 तक पहुंच जाए तब भी कुछ हद तक ठीक रहता। मगर मौजूदा समय में तो ये 300 से अधिक ही रह रहा है।जाने किस दिन कितना एक्यूआई रहा।
- वीरवार को अधिकतम 317, न्यूनतम 253, एवरेज 287
- बुधवार को अधिकतम 303, न्यूनतम 175, एवरेज 243
- मंगलवार को अधिकतम 500, न्यूनतम 76, एवरेज 222
- सोमवार को अधिकतम 500, न्यूनतम 67, एवरेज 292
- रविवार को अधिकतम 342, न्यूनतम 42, एवरेज 134