Move to Jagran APP

Punjab Politics: अंगुराल के चैलेंज पर नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री, शीतल ने सिर्फ आरोप दोहराए; सबूत नहीं किए सार्वजनिक

वीरवार को मुख्यमंत्री के परिवार के नाम पर वसूली के सबूत सार्वजनिक करने के लिए जालंधर के बाबू जगजीवन चौक पर शीतल अंगुराल ने मीडिया एकत्रित किया लेकिन सबूत के नाम पर शीतल करीब एक घंटा मीडिया को केवल एक पेन ड्राइव दिखाते रहे। मंच से लोगों को संबोधित करते हुए उन्हें मिल रही धमकियों की बात बताते समय फूट-फूट कर रो पड़े।

By Jagjit Singh Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 04 Jul 2024 08:51 PM (IST)
Hero Image
जालंधर: मीडियाकर्मियों के सामने फफक पड़े शीतल अंगुराल (जागरण फोटो)
जागरण संवाददाता, जालंधर। मुख्यमंत्री के परिवार के नाम पर वसूली करने वाले नेताओं के खिलाफ सबूत सार्वजनिक करने का दावा करने वाले भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल सिर्फ अपने आरोपों को दोहरा कर लौट गए।

शीतल अंगुराल ने 120 फुट रोड पर बाबू जगजीवन राम चौक में मंच सजाया था और मुख्यमंत्री भगवंत मान का इंतजार कर रहे थे कि वह आकर सबूत लें।

मुख्यमंत्री तो नहीं आए लेकिन लोगों को उम्मीद थी कि शीतल अंगुराल अवैध वसूली के सबूत सार्वजनिक करेंगे लेकिन शीतल ने 30 मिनट तक सीएम का इंतजार किया और उसके बाद करीब 48 मिनट तक सरकार को घेरा, आप विधायक, एडवाइजर के खिलाफ भड़ास निकाली लेकिन कोई भी सबूत सार्वजनिक नहीं किया।

शीतल अंगुराल ने तीन दिन पहले दावा किया था कि सीएम के परिवार के नाम पर आप नेता वसूली कर रहे हैं, और उनके पास इसके सबूत हैं।

सीएम ने चुनौती की थी स्वीकार

शीतल ने सीएम को चैलेंज किया था कि वह 5 जुलाई को एक तय जगह पर पहुंचेंगे तो वह उन्हें सबूत सौंप देंगे। बुधवार को सीएम भगवंत मान ने इसका जवाब दिया था कि वह 5 जुलाई को इंतजार क्यों कर रहे हैं, जो भी सबूत हैं वह आज ही दे दें।

इसके बाद शीतल अंगुराल ने 4 जुलाई को बाबू जगजीवन राम चौक में सीएम को खुला निमंत्रण दिया कि वह दोपहर 2 बजे जनता के बीचे उनसे वसूली से जुड़ी रिकार्डिंग उनसे लें।

भाजपा नेता भी इसमें शामिल हो गए और दोपहर को 2 बजे मंच सजा दिया गया। एक छोटे से टेंट में दो कुर्सियां रखीं गईं। इसमें एक कुर्सी पर मुख्यमंत्री भगवंत मान का नाम लिखा है और एक पर शीतल अंगुराल का नाम था। शीतल अंगुराल करीब 2.15 बजे मौके पर पहुंच गए और सीएम का इंतजार करने लगे।

सीएम के खिलाफ शीतल अंगुराल ने खोला मोर्चा

पौने तीन बजे तक सीएम के न आने पर शीतल अंगुराल ने अपना भाषण शुरू करने से पहले सीएम के कंट्रोल रुम का नंबर होने का दावा करते हुए दो फोन नंबरों पर कॉल की लेकिन दूसरी तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया। इसके बाद शीतल अंगुराल ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।

उन्होंने पुराने आरोप दोहराए कि मुख्यमंत्री के परिवार के नाम पर वसूली हो रही है। शीतल ने एक पैन ड्राइव दिखाई और कहा कि इसके वसूली से जुड़ी रिकॉर्डिंग हैं।

शीतल ने पूरा माहौल बनाया। भीड़ भी जुटाई और सरकार पर कई गंभीर आराेप लगाए लेकिन आखिर में यह कह कर भाषण खत्म कर दिया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान उनसे सबूत लेने नहीं आए है इसलिए वह अब खुद सीएम को रिकार्डिंग की पैन ड्राइव सौंपने जाएंगे।

शीतल की इस घोषणा से मौके पर पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता, किसी खुलासे की उम्मीद में पहुंची जनता और कवरेज के लिए पहुंची मीडिया को निराशा हाथ लगी।

परिवार को धमकियां मिलने से रो पड़े शीतल

भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने आरोप लगाया कि उनके परिवार को मारने की धमकियां आ रही है कि उनके बेटे बेटी को मार देंगे।शीतल यह कहते कहते मंच पर पर ही रो पड़े। पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने उन्हें गले लगाया। पत्नी ने ढांढस बंधाया तो बेटी ने आंसू पोंछने के लिए रुमाल दिया।

शीतल ने कहा कि उन्हें जानबूझ कर बदनाम किया गया है। वह एक बेटी के बाप हैं और सरकार ने लोगों के बीच उन्हें एक अपराधी की तरह पेश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वह जनता के लिए लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। वह सच सामने लाएंगे चाहे उन्हें जेल क्यों ही ना जाना पड़े।

पहली बार शीतल के साथ नजर आई भाजपा

शीतल अंगुराल उपुचनाव की लड़ाई में अब अकेले नजर आ रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान को चैलेंज करके जो शीतल ने जो हाइप बनाई उससे पूरी भाजपा शीतल अंगुराल के साथ खड़ी नजर आई।

पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल सरीन, राकेश राठौर, केडी भंडारी, पूर्व सांसद सुशील रिंकू, मनजीत सिंह राय, सुशील शर्मा, अमरजीत सिंह अमरी समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे। उपचुनाव के दौरान पहली बार भाजपा गंभीर नजर आई है।

शीतल अंगूरल पहुंच चुके हैं और उन्होंने कहा है कि वह आधा घंटा मुख्यमंत्री का इंतजार करेंगे अगर मुख्यमंत्री नहीं आते हैं तो फिर मीडिया से बात करेंगे और इस दौरान सबूत सार्वजनिक कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत मान भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे हैं। चित्र बनाने कहां की वह आम आदमी के विधायक और एक एडवाइजर की रिकॉर्डिंग आप खुद मुख्यमंत्री को पहुंचाएंगे। शीतल ने कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को करने की धमकियां दी जा रही है।

शीतल ने कहा कि वह पंजाब को बचाने के लिए काम कर रहे हैं और चाहे इसके लिए उन्हें जेल भेज दिया जाए। परिवार पर लग रहे आरोपों और उन्हें करने की मिल रही धमकियों की बात करते-करते शीतल रो पड़े।

यह भी पढ़ें- Punjab News: भारत-पाक बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, BSF ने फिरोजपुर में पाकिस्तानी नागरिक को किया गिरफ्तार

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।