Punjab Crime: जालंधर में छह दिन बाद भी युवती के बयान नहीं हुए दर्ज, मां के स्टेटमेंट पर आरोपी पर दुष्कर्म की धारा बढ़ी
जालंधर में 20 साल की एक युवती के अपहरण के मामले में पुलिस ने छह दिन बाद भी बयान दर्ज नहीं किए हैं। हालांकि पीड़िता की मां के बयान पर दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई है। आरोपी को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है लेकिन वह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। युवती की हालत अभी स्थिर नहीं है।
संवाद सहयोगी, जालंधर। डाक विभाग में काम करने वाली 20 वर्षीय युवती के अपहरण के मामले में छह दिन बाद भी पुलिस बयान दर्ज नहीं कर पाई। लेकिन पुलिस ने उसकी मां के बयानों पर दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी है और मामले की जांच थाना पांच के प्रभारी भूषण कुमार नहीं करेंगे बल्कि महिला थाना प्रभारी अनु पलियाल करेंगी।
युवती की हालत ठीक नहीं है
गिरफ्तार आरोपित को अदालत में पेश कर दो दिन रिमांड पर लिया था लेकिन आरोपित कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि युवती की हालत अभी हालत ठीक है, लेकिन किसी को मिलने पर घबरा जाती है। इसीलिए पुलिस अभी तक उसको अनफिट मान रही है।
एसएमओ डॉ. वरिंदर कौर थिंद का कहना है कि युवती के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। उनकी रिपोर्ट संबंधित पुलिस थाना अधिकारी के पास आएगी और बाद में पुलिस उसे एमएलआर काटने वाली डॉक्टर के पास लेकर आएगी।
पीड़िता घर से बाहर गई थी
फिलहाल पुलिस रिपोर्ट उनके पास नही लेकर आई है। जब रिपोर्ट आएगी तब डॉक्टर उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर देंगे। गौरतलब है कि थाना पांच की पुलिस को युवती की मां ने बयान दिए थे कि उसकी लड़की घर से काम के लिए गई थी।
लेकिन वापस घर नहीं लौटी और दिल्ली पुलिस ने उन्हें कॉल कर बताया था कि उनकी बेटी संदिग्ध हालात में मिली है, जिसके बाद परिवार उसे लेकर जांलधर लेकर आया था और उन्होंने युवती को सिविल अस्पताल में दाखिल करवा पुलिस को शिकायत दी थी।
इसके बाद पुलिस ने बीएनएस 127(6) के तहत केस दर्ज कर रामामंडी के रहने वाले बलविंदर सिंह उर्फ डाकिया को गिरफ्तार कर लिया था। सिविल अस्पताल के गायनी वार्ड में दाखिल युवती को देखने के लिए जालंधर वेस्ट के विधायक मोहिंदर भगत सहित कई पार्टियों ने नेता पहुंचे थे।
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