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Punjab Crime: रिश्तेदार ने अपहरण कर मांगे दो करोड़, NRI ने आवाज पहचानी तो उतारा मौत के घाट

कंग साहबू में एक NRI की अपहरण और हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने फिरौती के लिए अपहरण किया था लेकिन जब पीड़ित ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो उसकी हत्या कर दी और शव को मोगा नहर में फेंक दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

By sukrant safari Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 17 Sep 2024 10:42 PM (IST)
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पुलिस ने पड़ताल के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
जागरण संवाददाता, जालंधर। शनिवार को कंग साहबू से अपहृत एनआरआई मोहिंदर सिंह से अपहरण करने वालों ने दो करोड़ की रंगदारी मांगी। अपहरण करने वाले मोहिंदर सिंह का रिश्तेदार था, जिसने अपने साथी के साथ मिल कर पैसों के लिए अपहरण किया था।

मोहिंदर ने पैसे न होने की बात कही तो अपहरण करने वालों ने उसे धमकाया। जिसके बाद एनआरआई मोहिंदर ने अपहरण करने वाले की आवाज पहचान कर उसे नाम से पुकार लिया तो आरोपित ने साथी के मिल कर उसके सिर पर दातर मार कर हत्या कर दी और शव को मोगा नहर में फेंक किया।

आरोपितों की पहचान कंग साहबू निवाली मनजोत सिंह उर्फ जोटा, जो मोहिंदर का रिश्तेदार है और उसके साथी हरजिंदर सिंह उर्फ लाली के रूप में हुई है। जोटा को पुलिस ने नकोदर और दूसरे को अमृतसर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपहरण वाली जगह से सीसीटीवी फुटेज उठा कर जांच शुरु की तो आरोपित मोगा की तरफ जाते नजर आए जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया।

हत्या के बाद मोहिंदर का शव आरोपितों ने मोगा की नहर में फेंक दिया था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। 15 सितंबर को मामला दर्त कर पुलिस ने एक आरोपित मनजोत को पुलिस ने 24 घंटे बाद यानि सोमवार को काबू कर लिया था जबकि दूसरे आरोपित हरजिंदर को पुलिस ने 48 घंटे बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की कार और हत्या में प्रयुक्त दातर भी बरामद कर ली है। मंगलवार को पुलिस ने एनआरआई मोहिंदर का शव भी बरामद कर लिया है। आरोपितों को पुलिस ने अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों ने हत्या में किसी और का साथ लिया है या नहीं।

एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने बताया कि मोहिंदर का पूरा परिवार इंग्लैंड में रहता है। वह करीब 12 सालों से कंग साहबू में रहता था। कभी कभार परिवार के पास जाता लेकिन ज्यादा समय यहीं रहता था। बीते रविवार 14 सितंबर 2024 को मोहिंदर सिंह घर से सुबह करीब 6.15 पर धार्मिक स्थल पर गया। वहां पर कंग साहबू अड्डा पर उसकी कार को एक दूसरी कार ने टक्कर मारी और जब उसने गाड़ी रोकी तो टक्कर मारने वाली गाड़ी में से दो लोग निकले और उसका अपहरण कर ले गए।

वहां से निकल रहे मोहिंदर के जानकार ने देख लिया और पुलिस को सूचित किया। थाना सदर नकोदर में 15 सितंबर 2024 को मामला दर्ज किया गया। एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने एसआईटी बनाई जिसमें एसपी मनप्रीत सिंह ढिल्लों, डीएसपी नकोदर कुलविंदर सिंह विर्क, इंस्पेक्टर पुष्प बाली सीआईए प्रभारी और एसएचओ सदर नकोदर एसआई बलजिंदर सिंह को शामिल किया गया।

पुलिस ने मौके से सीसीटीवी फुटेज उठाए और गाड़ी का पीछा शुरु कर दिया। गवाहों के बयान लिए और आरोपितों की पहचान की गई। 16 सितंबर 2024 को नकोदर में हरजिंदर सिंह उर्फ लाली को गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पैसों के लालच में वारदात को अंजाम दिया गया था। दूसरे आरोपित मनजोत सिंह उर्फ जोटा को 17 सितंबर 2024 को अमृतसर के तरसिक्का इलाके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सामने आया कि मोहिंदर सिंह ने आवाज से मनजोत को पहचान लिया तो आरोपितों ने दातर सिर पर मार कर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश मोगा के बाहरी इलाके में नहर में फेंक दी। एसएसपी खख ने बताया कि आल्टो कार, जिसमें मोहिंदर का अपहरण किया गया था, भी बरामद कर ली गई है।

प्रापर्टी बेची तो जोटा को लगा बड़ी रकम होगी ताया के पास....

मोहिंदर सिंह कई सालों से कंग साहबू में रह कर प्रापर्टी का कारोबार करता था। वह कई बड़ी जमीन खरीद और बेच चुका था। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही उसने किसी जमीन का सौदा किया था। जोटा उसका रिश्तेदार था, जो उसके घर पर आता जाता था और ताया कह कर बुलाया था।

जोटा को लगा कि ताया ने प्रापर्टी बेची तो कोई बड़ी रकम होगी। उसने इसी लालच में हरजिंदर सिंह को साथ लिया और अपहरण कर पैसे मांगने की योजना बनाई। जोटा यह जानता था कि मोहिंदर रोजाना सुबह गुरुद्वारा साहिब जाता है। दोनों ने रेकी की और तय समय पर दोनों ने योजनाबद्ध तरीक से पहले मोहिंदर की गाड़ी को टक्कर मारी। वह बाहर निकला तो दोनों ने उसे जबरन गाड़ी में बिठाया और ले गए।

दोनों ने मुंह पर कपड़ा बांध लिया था ताकि मोहिंदर पहचान न सके। रास्ते में हरजिंदर ने दातर दिखा कर मारने की बात कही। उसे छोड़ने के बदले में उससे डेढ़ करोड़ मांगे। हरजिंदर ने उसे पीछे बिठाया था जबकि जोटा गाड़ी चला रहा था। हरजिंदर लगातार उसे दातर दिखा कर डराने लगा लेकिन मोहिंदर ने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं हैं। हरजिंदर ने डेढ़ करोड़ देने की बात कही जिस पर भी मोहिंदर ने इन्कार कर दिया।

फिर एक करोड़ तक बात पहुंची तो मोहिंदर भड़क गया। उसने कहा कि उसके पास सिर्फ ढाई लाख रुपये हैं। इस पर जोटा गुुस्से में आ गया और गाड़ी रोककर उसे गालियां निकालते हुए कहा कि जो प्रापर्टी बेची है, उसके पैसे कहां पर हैं। आवाज सुनते ही मोहिंदर ने कहा ‘जोटे तूं आ कम्म कर रया एं, तैनूं दसदां, पुलिस को दिन्ना तेरी शिकायत’। इस बात पर दोनों सन्न रह गए कि पहचाने गए हैं। जोटा ने हरजिंदर के साथ मिल कर उसके सिर पर दातर मारी जिससे मोहिंदर की वहीं पर मौत हो गई।

शव को दूर ले जाकर फेंकने की सोच मोगा नहर में फेंक आए थे

दोनों आरोपितों ने बताया कि मोहिंदर को मरा देख कर घबरा गए। शव को रास्ते में ठिकाने लगाने की योजना बनाई लेकिन फिर ध्यान आया कि जितना दूर शव को फेंक कर आएंगे, उतना ही अच्छा रहेगा। इसके बाद उन्होंने मोगा की तरफ गाड़ी मोड़ ली और नहर देख कर शव उसमें फेंक दिया।

मोहिंदर का मोबाइल नहर में और अपने मोबाइल अमृतसर में फेंके

मोहिंदर के मोबाइल से पकड़े जाने का डर था तो मोबाइल भी मोहिंदर के शव के साथ नहर में फेंक किया ताकि पुलिस को चकमा दे सकें। अपने मोबाइल दोनों ने अमृतसर में ले जाकर फेंक दिए थे ताकि पुलिस को चकमा दे सकें। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी और मोबाइल की लोकेशन ही तरफ होने के चलते आरोपितों की गाड़ी का पीछा किया और फिर एक एक कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

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