ये है पंजाब का मक्खियों वाला गांव, लोग जालियां लगाकर घरों में कैद, खुले में खाना-पीना व उठना-बैठना मुश्किल
सूनाम से सटे भगवानपुरा गांव को लोग मक्खियों वाले गांव का नाम देने लगे हैं। करीब तीन साल पहले पास में पोल्ट्री फार्म खुलने के बाद शुरू हुई मक्खियों की समस्या अब विकराल हो गई है। लोगों का खुले में उठना-बैठना और खाना-पीना मुहाल हो गया है।
By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Thu, 07 Apr 2022 08:25 AM (IST)
मनदीप कुमार, सूनाम (संगरूर)। गांव भगवानपुरा पंजाब का मक्खियों वाला गांव के नाम से जाना जाने लगा है। मक्खियों की भरमार के कारण गांव के अधिकतर घरों के बार मच्छरदानियां लगी है। यहां इतनी ज्यादा मक्खियां हैं कि लोगों का खुले में उठना-बैठना और खाना-पीना मुश्किल हो गया है। तीन वर्ष पहले मक्खियों की समस्या उस समय सामने आई जब गांव के पास एक पोल्ट्री फार्म खोला गया। इस समस्या के कारण यहां रहने वालों के रिश्तेदारों और मेहमान ने भी आने से भी मुंह मोड़ लिया है।
अगर कभी कभार कोई मेहमान गांव के किसी घर में आ भी जाए तो खाने का सामान सामने रखते ही मक्खियां चाय-पानी में डूब जाती हैं। हालात इस कदर बदतर हो गए हैं कि लोगों ने मजबूरन अपने घरों को मच्छरदानियों से ढक लिया है।गांव का हर घर व हर परिवार मक्खियों से परेशान है और अब तो हालात ऐसे हो गए हैं कि घरों में विवाह करके बहुएं भी अपने छोटे बच्चों को लेकर अपने मायके की तरफ रुख कर गई हैं, ताकि बच्चों को मक्खियों के कारण होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके। अधिकारियों व प्रशासन तक फरियाद करके अब वे लोग थक चुके हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने एलान किया कि वह अगले दिनों में पोल्ट्री फार्म के खिलाफ धरना लगाएंगे।
खुले में बैठना और खाना बनाना मुश्किल
गुरदीप सिंह ने बताया कि गांव में हर जगह मक्खियां ही मक्खियां हैं। घर के आंगन में बैठने पर मक्खियां आ बैठती हैं। खाना बनाने के दौरान घर का एक सदस्य मक्खियां उड़ाने में लगा रहता है। घर पर खाना बनता है। खुले में बैठकर खाना भी नहीं खा पाते, मक्खियां रोटी, दाल-सब्जी में आकर बैठ जाती हैं। एक व्यक्ति को मक्खियां उड़ाने में लगाया जाता है तब दूसरे खाना खा पाते हैं। हर घर का यही हाल है।
पशु हो रहे बीमारउन्होंने कहा कि पशु भी मक्खियों के कारण बीमार हो रहे हैं, मक्खियां पशुओं को काटती हैं, जिस कारण वह बीमार हो जाते हैं व कई दुधारू पशुओं की मौत भी हो चुकी है। इससे भी उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।घरों से निकलना तक बंद कर दिया है: सुखमेल
ग्रामीण सुखमेल सिंह, गुरदेव सिंह, मुख्तियार सिंह ने कहा कि घरों पर जालियां डाल ली हैं व घर को चारों तरफ से ढक लिया है, ताकि कोई भी मक्खी घर के भीतर न दाखिल हो सके। फिर भी मक्खियां घरों के भीतर तक पहुंच रही हैं। कई घर ऐसे हैं जिनके पास जालियां लगाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। दिनभर जालियों में से होकर ही आना-जाना पड़ता है। लोगों ने कमरे से बाहर निकलना तक बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि घरों पर तो लोगों ने अपने स्तर पर प्रबंध कर लिए हैं, लेकिन स्कूल, मंदिर-गुरुघर या अन्य जगहों पर लोग बैठकर चाय तक नहीं पी पाते। कई बार संबंधित हलका विधायक, प्रशासनिक अधिकारी व पोल्ट्री फार्म वालों को गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने उनकी फरियाद नहीं सुनी।
गांव भगवानपुरा में मक्खियों से परेशान खुले में बैठे ग्रामीण।पंचायत ने डाला प्रस्ताव गांव भगवानपुरा की ग्राम पंचायत की बैठक सरपंच दर्शन कौर की अगुआई में हुई। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि गांव की शेरो रोड पर लगे पोल्ट्री फार्म के कारण गांव निवासी मक्खियों से परेशान हैं। उन्हें भयानक बीमारी फैलने का डर है। इसके हल के लिए गांव भगवानपुरा निवासियों की तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान, विधायक अमन अरोड़ा व डिप्टी कमिश्नर संगरूर के पास गुहार लगाई जाएगी। अगर हल न हुआ तो सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
मामले की होगी जांच, प्रदूषण बोर्ड करेगा दौरा: डीसी डिप्टी कमिश्नर संगरूर जतेंद्र जोरवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर पड़ताल की जाएगी। अगर किसी प्रकार से लोगों को ऐसी परेशानी आ रही है तो उसका गंभीरता से हल किया जाएगा। पंचायत के साथ बातचीत की जाएगी। पोल्ट्री फार्म वालों को साफ-सफाई का प्रबंध करने की हिदायत दी जाएगी, ताकि लोगों की इस समस्या का हल हो सके। अगर समस्या का हल हुआ तो सख्त कार्रवाई करने से गुरेज नहीं करेंगे।
जल्द बंद करवा देंगे पोल्ट्री फार्म : एसडीएम एसडीएम बरनाला वरजीत सिंह वालिया ने कहा कि पोल्ट्री फार्म के मामले में प्रदूषण बोर्ड को कार्रवाई करने के आदेश दे दिए गए हैं। लोगों की मांग को देखते हुए जल्द ही सख्त एक्शन लेते हुए पोल्ट्री फार्म को बंद करवा दिया जाएगा।
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