Punjab News: टैंकर यूनियन की हड़ताल से सूखने लगे पेट्रोल पंप, आज शाम तक हो जाएंगे खाली; ड्राइवरों हड़ताल बिगड़ेंगे हालात
अधिकर पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि मंगलावर तो उनके यहां पेट्रोल भी समाप्त हो जाएगा। पेट्रोलियम ड्राइवर एंड हेल्पर वेलफेयर सोसायटी के आह्वान पर तेल टैंकरों के चालक रविवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जालंधर में विभिन्न तेल कंपनियों से जुड़े करीब 700 टैंकरों ने पेट्रोल डीजल की आपूर्ति रोक दी है। ड्राइवरों की हड़ताल अगर इसी तरह जारी रही तो हालात काफी बिगड़ जाएंगे।
संवाददाता जालंधर। ट्रक व बस ऑपरेटरों को लेकर बनाए गए नए कानून के विरोध में तेल टैंकर यूनियनों के ड्राइवरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल के कारण शहर के पेट्रोल पंप सूखने लगे हैं। इसका असर सोमवार रात को दिखना शुरू हो गया। कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल व डीजल समाप्त हो गया। कई जगह पेट्रोल पंप संचालकों ने डीजल समाप्त होने के पोस्टर तक चिपका दिए।
700 टैंकरों ने पेट्रोल डीजल की आपूर्ति रोक दी
अधिकर पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि मंगलावर तो उनके यहां पेट्रोल भी समाप्त हो जाएगा। पेट्रोलियम ड्राइवर एंड हेल्पर वेलफेयर सोसायटी के आह्वान पर तेल टैंकरों के चालक रविवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जालंधर में विभिन्न तेल कंपनियों से जुड़े करीब 700 टैंकरों ने पेट्रोल डीजल की आपूर्ति रोक दी है।
जालंधर से इंडियन आयल के 400, हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 100 और भारत पेट्रोलियम के 200 टैंकर विभिन्न जिलों में पेट्रोल व डीजल की सप्लाई करते हैं। हड़ताल के कारण अब पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति ठप हो गई है। जालंधर से फिरोजपुर, सरहिंद, मोहाली, चंडीगढ़, मोगा, अमृतसर तरनतारन, फिरोजपुर, जगराओं, नवांशहर आदि में पेट्रोल व डीजल की सप्लाई होती है।
मंगलवार शाम तक अधिकांश पेट्रोल पंप सूख सकते हैं
अगर हड़ताल खत्म नहीं होती है तो मंगलवार शाम तक अधिकांश पेट्रोल पंप सूख सकते हैं। नेशनल हाईवे के कई पेट्रोल पंप सूख चुके हैं और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पेट्रोल पंप बंद होने से आम लोगों की जिंदगी भी प्रभावित होगी। पेट्रोल पंप संचालक कुलजीत सिंह बब्बी ने बताया कि रविवार से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई रुक गई है। स्टॉक अधिक से अधिक एक दिन चल सकता है। हड़ताल की जानकारी मिलते ही लोग अब अधिक पेट्रोल व डीजल डलवाने लगे हैं। ऐसे में पेट्रोल पंप मंगलवार को बंद हो सकता है।
इंडेन गैस सप्लाई करने वाले भी हड़ताल पर गए
इंडेन गैस की सप्लाई करने वाले आपरेट भी हड़ताल पर चले गए हैं। बताया जा रहा है कि गैस की आपूर्ति नहीं होने पर जल्द ही इसका असर भी देखने को मिलेगा। इस हड़ताल के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बस, टैक्सी और आटो पर भी पड़ेगा असर
तेल टैंकर यूनियन की हड़ताल से ट्रांसपोर्ट लाइन से जुड़े सभी काम प्रभावित हो सकते हैं। यातायात सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। पेट्रोल और डीजल की कमी होने पर बस, टैक्सी और आटो की सेवाएं भी ठप हो सकती हैं। पेट्रोलियम ड्राइवर हेल्पर वेलफेयर सोसायटी के प्रधान संदीप का कहना है कि उनकी हड़ताल अनिश्चितकालीन है। जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती, तब तक तेल टैंकर काम नहीं करेंगे।
अन्य ट्रक आपरेटर यूनियनों से भी बातचीत चल रही है। फल व सब्जियों की आपूर्ति पर भी पड़ सकता है असरतेल टैंकर यूनियन की हड़ताल अगर लंबी चली तो खाद्य पदार्थों की सप्लाई भी प्रभावित हो सकती है। फल और सब्जियों की सप्लाई भी इससे रुक सकती है। इसका असर किसानों पर भी असर पड़ेगा। इसका असर कीमत पर भी दिख सकता है।
क्या है नया कानून
केंद्र सरकार ने नया कानून बनाया है कि दुर्घटना की स्थिति में ट्रक और बस ड्राइवर को 10 साल की सजा और पांच लाख रुपये तक जुर्माना होगा। इसके विरोध में देशभर में ट्रक और बस आपरेटरों ने हड़ताल शुरू कर रखी है। तेल टैंकर यूनियन के हड़ताल पर जाने से जल्द ही इसमें बस आपरेटर भी शामिल हो सकते हैं। इससे यातायात सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।