Move to Jagran APP

Punjab News: अब सरकारी नौकरी वाले भी RSS शाखा पर जा सकते हैं, BJP नेता बोले- भयभीत होकर कांग्रेस ने लगाया था प्रतिबंध

Punjab News मोदी सरकार ने आरएसएस की शाखा पर सरकारी नौकरी वाले लोगों के जाने के प्रतिबंध को हटा दिया है। अब सरकारी नौकरी वाले भी आरएसएस की शाखा पर जा सकते हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस डर के कारण यह प्रतिबंध लगाया था। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति अपने दायित्वों का निस्वार्थ भाव से निर्वाह करना ही संघ की सोच है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 22 Jul 2024 08:43 PM (IST)
Hero Image
Punjab News: अब सरकारी नौकरी वाले भी RSS शाखा पर जा सकते हैं।

संवाद सहयोगी, अमृतसर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर श्वेत मलिक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में सरकारी नौकरी करने वालों के जाने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की सराहना की है। उन्होंने कहा कि 1966 में कांग्रेस सरकार द्वारा राष्ट्रभक्त संगठन आरएसएस के सरकारी नौकरी कर रहे कार्यकर्ताओं पर संघ की शाखा में जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था।

कांग्रेस ने संघ से आतंकित होकर यह गैर संवैधानिक निर्णय लिया था, जिसे मोदी सरकार ने निरस्त कर बड़ा कदम उठाया है। मलिक ने बताया कि संघ का मूल सिद्धांत कर्मप्रधान होना है अर्थात संघ कार्य अनामिकता से, प्रचार प्रसार की अपेक्षा के परे है। राष्ट्र के सबसे बडे स्वयंसेवक संगठन का कोई कारपोरेट ऑफिस या जनसंपर्क एजेंसी नहीं है, क्योकि संघ जमीनी कार्य करता है हवाई प्रचार नहीं।

व्यक्ति के महिमा मंडन या पूजा के विरुद्ध

संघ व्यक्ति के महिमा मंडन या पूजा के विरुद्ध है, इसलिए वहां ध्वज की पूजा होती है। समाज के प्रति अपने दायित्वों का निस्वार्थ भाव से निर्वाह करना ही संघ की सोच है। किन्ही निहितार्थ से या प्रचार के लिए संघ का कोई प्रकल्प कार्य नहीं करता। वरन व्यर्थ के प्रचार से बचा जाता है। संस्कृति और राष्ट्रवाद के संरक्षण में यथार्थवादी काम करने से ही आज करोड़ों दलस्वयंसेवक समाज मे भरोसा उत्पन्न किये हुए हैं। कार्य और उसके सार्थक परिणाम ही संघ का ध्येय है, प्रचार नहीं।

यह भी पढ़ें- Punjab News: राज्यपाल से मिलीं शिवसेना नेता गोरा थापर की पत्नी, पति पर हुए हमले की NIA जांच की मांग

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।